प्रशासन के दावों की पोल खोल रहे अधूरे अमृत सरोवर

इटियाथोक,गोंडा। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने को लेकर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के अंतर्गत जल संरक्षण की मंशा जिम्मेदारों की उदासीनता से पूरी होती नजर नहीं आ रही।क्षेत्र के रमवापुर हरदो पट्टी, रानीपुर, हरदैया भटपुरवा सहित कई गांवों में चयनित अमृत सरोवर का काम अभी तक अधूरा है।जबकि जिम्मेदारों द्वारा चिन्हित छह अमृत सरोवरों में काम पूरा होने व बीस में जल्द पूर्ण होने का दावा किया जा रहा है।जल संरक्षण के लिए शासन की मंशानुरूप इटियाथोक विकासखंड की 85 ग्राम पंचायतों में कुल 26 अमृत सरोवर निर्माण के लिए तालाब चिन्हित किए गए थे। जिनमें बस्ती,नारेमहरीपुर, जानकीनगर, संझवल, बरेली विश्रामपुर, स्थानों पर सरोवर निर्माण के लिए समय से खोदाई कार्य शुरू कराकर पिछले वर्ष ही पूरा कर लिया गया, जबकि कई स्थानों पर गलत मंशा से वर्षा का इंतजार करते हुए देर से काम शुरू कराया गया। लेकिन बरसात देरी से होने के साथ काम पूर्ण होने में देरी हो गई। ऐसा ही कुछ देखने को मिला क्षेत्र के नरौरा भर्रापुर गांव में चयनित अमृत सरोवर निर्माण में।जो अधूरी खोदाई के बाद अभी तालाब में कोई अन्य कार्य नहीं कराया गया है।तालाब के किनारे पौधारोपण भी नहीं हुआ है। ग्राम प्रधान हरिशंकर सोनी ने बताया,कि पिछले साल जब अमृत सरोवर का चयन हुआ,तो बरसात का मौसम शुरू हो चुका था। इसलिए तालाब में पानी भर जाने से कार्य में देरी हुई है।जिससे तालाब का निर्माण कार्य नहीं हो सका। वहीं संयुक्त खंड विकास अधिकारी इंद्रावती वर्मा ने अधूरे अमृत सरोवरों के निर्माण कार्य में अति शीघ्र तेजी लाने की बात कही।