मिश्रित नैमिषारण्य नगर पालिका परिषद का प्रशासनिक सक्रियता के चलते संपन्न हुआ शांतिपूर्ण चुनाव, निर्दलीय ने मारी बाजी

सीतापुर / निकाय चुनाव को लेकर जनपद की प्रतिष्ठा पूर्ण मिश्रित नैमिषारण्य नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष पद की सीट क्षेत्रीय विधायक के शुभचिंतकों द्वारा गढ़े गए तिलस्म को तोड़ते हुए मिश्रित नैमिषारण्य की जनता ने सूबे के मुखिया द्वारा की गई फरियाद तक को नकार कर निर्दलीय के खाते में डालकर अबकी बार नया इतिहास रच दिया है । बताते चलें कि 35 वार्डों वाली आध्यात्मिक तीर्थ स्थल की इस सीट पर समूचे जनपद से लेकर प्रदेश के जिम्मेदारों तक की नजर लगी हुई थी । क्योंकि प्रदेश शासन द्वारा मिश्रित नैमिषारण्य तीर्थ के 84 कोसीय ऐतिहासिक क्षेत्र का विकास कराया जाना प्रस्तावित हैं । जिसके लिए नैमिष विकास परिषद का गठन करके करोड़ों रुपयों का आवंटन प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल किया गया है । जिसका सांकेतिक रूप से कार्य आरंभ भी हो चुका हैं । जनपद के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल वाली इस सीट पर अबकी बार जनता ने दलगत प्रत्याशियों को नकार कर अध्यक्ष पद के जीत का सेहरा एक निर्दलीय प्रत्याशी के सर बांधकर अपना जनादेश दे दिया है । जिले की महत्वपूर्ण इस सीट पर शांतिपूर्ण ढंग से निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने में प्रशासनिक अमले ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है । शुरुआत से लेकर मतगणना तक के माहौल पर तहसील के उपजिलाधिकारी अनिल कुमार रस्तोगी और सर्किल के क्षेत्राधिकारी सुशील कुमार यादव व प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र ओझा ने स्थानीय फोर्स के साथ ही निरंतर अपनी पैनी नजर बनाए रहे । जिससे सत्ता पक्ष और विपक्ष के साथ ही रसूखदार व्यक्ति तथा अराजक तत्वों की अबकी बार दाल नहीं गल पाई है । यहां की आम जनता ने निडर होकर निष्पक्ष मतदान किया है । जिससे यहां की आम जनता ने लग भग 70 प्रतिशत मतदान करके जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त किया है । अपनी हार से बौखलाए दलीय पक्ष के प्रत्याशियों और रसूखदारों ने दोबारा मतगणना कराकर बाजी पलटने का गेम तो खेला । लेकिन प्रशासन की सक्रियता के चलते वह अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाए । और भयमुक्त जनता ने खुलकर मतदान करते हुए जीत का सेहरा यहां की निर्दलीय प्रत्याशी मुन्नी देवी के सर पर बांध ही दिया । ज्ञातव्य हो कि नगर मिश्रित और नैमिषारण्य के पिछड़े विकास को लेकर यहां की आम जनता नरकीय जीवन जीने पर मजबूर हो रही थी । शायद यहीं वजह रही है । कि यहां की आम जनता ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस धार्मिक स्थल का विकास कराने के वास्ते अपने नगर की ही स्थाई निवासिनी मुन्नी देवी को इस बार इस क्षेत्र का प्रथम नागरिक बनाया है । अब वह आम जनता की कसौटी पर कितना खरी उतरती है । यह अभी भविष्य के गर्भ में है।