अधिवक्ताओं ने मनाया महाराणा प्रताप का जन्म दिवस

कासगंज। जिला कांग्रेस कमेटी विधि विभाग कासगंज के चेयरमैन सत्येन्द्र पाल सिंह बैस एडवोकेट नेे अपने कार्यालय पर अधिवक्ता साथियों के साथ वीर शिरोमणी स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप का जन्म दिवस उनके चित्र पर माल्यार्पण कर मनाया।

चेयरमैन सत्येन्द्र पाल सिंह बैस ने कहा महाराणा प्रताप ने वीरता का जो आदर्श प्रस्तुत किया वह अद्वितीय है। उन्होने जिन परिस्थतियों संघर्ष किया वे वास्तव में जटिल थी। पर उन्होने हार नहीं मानी यदि राजपूतो को भारतीय इतिहास में सम्मान पूर्ण स्थान मिल सका तो इसका श्रेय मुख्यत राणा प्रताप को ही जाता है, उन्होने अपने मातृभूमि को न तो परतन्त्र होने दिया और न ही कलंकित। विशाल मुगल सेनाओं को उन्होने लोहे के चने चबाने पर विवश कर दिया था। मुगल सम्राट अकबर उनके राज्य को जीतकर अपने सम्राज्य में मिलाना चाहता था। किन्तु राणाप्रताप ने ऐसा नहीं होने दिया और आजीवन संघर्ष किया। हल्दी घाटी का युद्ध भारत के इतिहास एक मुख्य कणी है। हल्दी घाटी के युद्ध में महारणा प्रताप अपनी छोटी सेना को छोटा न समझकर अपने परिश्रम और सेना से अकबर की विशाल सेना के छक्के छुडा दिये और उनके पीछे हटने को मजबूर कर दिया। महाराणा प्रताप के वीरता के आसपास उनके घोडे चेतक की वीरता भी विश्व विख्यात है। चेतक बहुत ही समझदार और वीर घोडा था। जिसने अपनी जान दाव पर लगाकर 26 फुट दरिया से कूदकर महाराणा प्रताप की रक्षा की थी। हल्दी घाटी में आज तक चेतक का मंदिर बना हुआ है। जब तक सृष्टि रहेगी तब तक वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप की नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा।

जन्मोत्सव मनाने वालों ने कमलकान्त गुप्ता, कमल कुमार यादव, अमित सोलंकी, अनुज कुमार यादव, अनुरूद्ध गौतम, अरविन्द कुमार, दिनेश वर्मा, संजय सोलंकी, जितिन मौर्य, शिवकुमार, यशवीर सिंह, अनूप यादव, मौहम्मद फैसल, मौहम्मद यासीन, लोकेश यादव, नरेन्द्र यादव आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।