अमृत सरोवर योजना को प्रधान और ब्लॉक में बैठे अधिकारी लगा रहे पलीता।।

महराजगंज /रायबरेली ।सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट अमृत सरोवर योजना को प्रधान और ब्लॉक में बैठे अधिकारी

लगा रहे पलीता अमावा विकासखंड क्षेत्र के पहरेमऊ ग्राम पंचायत की जहां इस समय गर्मी का मौसम चल रहा है और पानी की सख्त जरूरत जानवरों सहित इंसानों को रहती है। सरकार ने लाखों की लागत से अमृत सरोवर योजना के तहत तालाब खुदवाए थे। और सरकार का उद्देश्य था कि इन से लोगों को फायदा मिले लेकिन पहरेऐ ग्राम पंचायत में खुदा तालाब महज एक शोपीस बनकर रह गया। क्योंकि इस तालाब में पानी के नाम पर एक बूंद नहीं है क्या मतलब इस तरह के तालाब का जिसमें पानी ही ना हो तालाब तो खुदवाया गया था पानी के लिए लेकिन ग्राम प्रधान की उदासीनता के कारण आज तक यह तालाब बगैर पानी के ही अपनी गौरव गाथा गा रहा है। यहां के ग्राम प्रधान महिला सावित्री देवी हैं लेकिन ग्राम प्रधानी उनके ही पति के बड़े भाई रामकिशोर यादव कर रहे हैं वही इस तालाब पर ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया था इसका निरीक्षण जिला अधिकारी माला श्रीवास्तव ने भी किया था और यहां पर कई तरह की अनियमितताएं पाई थी बाद में ग्राम प्रधान ने सांठगांठ करके ब्लॉक में बैठे अधिकारियों को संतुष्ट कर दिया और ब्लॉक के अधिकारियों ने ऊपर आख्या भेज दी कि यहां पर सब ऑल इज वेल है जनता के टैक्स के पैसों से लाखों की लागत से बनाया गया ये प्रोजेक्ट महज एक शोपीस बनकर रह गया है

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घूंघट की आड़ से चल रही प्रधानी अरे मुंह ग्राम पंचायत की प्रधान सावित्री देवी हाय लेकिन उनका दूर-दूर तक ग्राम पंचायत के विकास कार्यों एवं अन्य किसी चीज से कोई मतलब नहीं रहता क्योंकि मोहर से लेकर अपने हस्ताक्षर तक उन्होंने अपने पति के बड़े भाई राम किशोर यादव को दे रखा है यही प्रधानी चलाते हैं रामकिशोर यादव के ऊपर कई धाराओं में संगीन मुकदमे भी दर्ज हैं लेकिन इनकी दबंगई के कारण आज तक इनके ऊपर कारवाई से प्रशासन बचता ही नजर आया है


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योगी सरकार जहां गुंडे माफियाओं पर आफत बनकर बरस रही है वही ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जिसके ऊपर कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज है प्रधान के ऊपर लगे थे भ्रष्टाचार के आरोप क्यों बचाया जा रहा है यह बात क्षेत्र में चर्चा का विषय

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घूंघट की आड़ से चल रही प्रधानी जहां महिलाओं को आरक्षण के तहत आगे बढ़ाने के लिए सरकार प्रतिबंध है लेकिन क्या फायदा प्रधान तो महिला है लेकिन प्रधानी कर रहे हैं पुरुष