गांवों को जोड़ने वाली सड़कें बदहाल,आवागमन मुश्किलभरा...जिम्मेदार मौन

इटियाथोक,गोंडा।गांवों को जोड़ने वाली तमाम सड़कें बदहाल हैं।गड्ढा मुक्ति अभियान भी इनकी सूरत नहीं बदल पाया।आलम यह है, कि इन पर चलना तक दूभर हो रहा है।सड़क पर बिखरी बजड़ियां पैदल चलने वालों के पैरों व वाहनों के टायरों में चुभ रही हैं। अचानक सामने आने वाले गड्ढों के चलते लोग गिरकर जख्मी हो रहे हैं।लगभग एक दशक पूर्व इटियाथोक ब्लॉक क्षेत्र के परसिया गांव से गोसेंद्रपुर तक लगभग दो किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण करवाया गया था।इसके बाद ग्रामीणों को राहत मिली थी।अब इस सड़क मार्ग पर सिर्फ गड्ढे और उखड़ी हुई बजड़ियां नजर आती हैं। ग्रामीण मनोज,पूरन,राधेश्याम,विजय,राजकुमार, दिनेश कुमार आदि ने बताया,कि सफर के दौरान राहगीर गिरकर जख्मी हो रहे हैं।वहीं चुरिहार पुर से गजाधरपुर,कोल्हुवा और विशुनपुर तिवारी समेत कई गांवों को जोड़ने वाले सड़क मार्ग की हालत दयनीय है।मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं।ज्यादा परेशानी किसान व स्कूली बच्चों को हो रही है।दूसरी ओर शंकर चौराहे से जगन्नाथीपुर व बहोरीपुर होते हुए बगाही गांव को जोड़ने वाले लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबा मार्ग इन दिनों दुर्घटना का सबब बन गया है।मार्ग पर बने बड़े-बड़े गड्ढे और बिखरी गिट्टियां आए दिन दुर्घटना का सबब बन रही हैं।इटियाथोक कस्बा स्थित रेलवे स्टेशन की सड़क बीते तीन साल से बेहद जर्जर है।गड्ढा मुक्ति अभियान से भी इसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ।यह मार्ग गोंडा-बलरामपुर राजमार्ग सहित ब्लॉक मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़ता है।इस मार्ग से हरैया झूमन, नौशहरा,परसिया,अयाह, मोहनपुर असिधा, सदाशिव, आदि गांवों के लगभग दस हजार से अधिक लोग सफर करते हैं।बाबागंज, धानेपुर जाने वाले वाहन भी इसी मार्ग का प्रयोग करते हैं।