अंबेडकर जयंती का हुआ आयोजन,बाबासाहेब को किया याद

ऊंचाहार,रायबरेली।एनटीपीसी ऊंचाहार में बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर की 132वीं जयंती का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का आरंभ करते हुए बाबासाहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। निर्धन व पिछड़े हुए लोगों की सेवा की बाबासाहेब की दी हुई शिक्षा का अनुसरण करते हुए इस शुभ अवसर पर अम्बेडकर भवन में अनुसूचित जाति एवं जनजाति एसोसिएशन के सौजन्य से वस्त्र,मच्छरदानी एवं सोलर रैम्प के वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें परिसर के आसपास के ग्रामीणों व सफाईकर्मियों को ये सामग्री वितरित की गई।

इसके पूर्व सूर्योदय के साथ ही जयंती समारोह के प्रति उत्सुकता से भरे कर्मचारियों, महिलाओं एवं बच्चों ने एसोसिएशन द्वारा आयोजित खेलकूद प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लिया और इस आयोजन की प्रशंसा की।गत एक सप्ताह से ही नारा-निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताओं के साथ जयंती सप्ताह मनाने की शुरुआत कर दी गई थी।

बाबासाहेब की 132वीं जयंती को यादगार बनाने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया,जिसमें नन्हें कलाकारों की प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। समारोह के अंत में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गौतम कुमार जाना,महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) ने अपने भाव व्यक्त करते हुए कहा कि भारत रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर हम सभी के लिए पूजनीय हैं। संविधान निर्माता के तौर पर उनका सहयोग अतुलनीय रहा है।संविधान पर हरेक भारतीय का विश्वास उनकी निष्पक्ष कार्यनीति का ही परिणाम है। इस अवसर पर मैं आप सभी से अपील करता हूं कि बाबासाहेब के विषय में अधिक से अधिक पढ़ें और एक गौरवान्वित व सक्षम भारत के योगदान में सहयोग करें।

जयंती समारोह के दौरान एससी एसटी एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश चन्द्र कुमार व महासचिव राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि बाबासाहेब हरेक भारतीय के आदर्श हैं। हमारी एसोसिएशन भी उन्हीं से मिली प्रेरणा के साथ पिछड़े वर्गों की सहायता करने का प्रयास करते हुए निरंतर रूप से जनकल्याण कार्यक्रमों को आयोजित करने का प्रयास करते हैं।

संपूर्ण कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक (अनुरक्षण) आलोक कुमार त्रिपाठी, महाप्रबंधक (ईंधन प्रबंधन) कडे़दीन यादव, महाप्रबंधक (मानव संसाधन एवं एनटीपीसी सुरक्षा अकादमी) डॉ अनिल कुमार डैंग, सभी विभागाध्यक्ष, यूनियन एवं एसोसिएशन के पदाधिकारी, एससी एसटी एसोसिएशन के सभी सदस्य, बड़ी संख्या में कर्मचारी, महिलाएं व बच्चे उपस्थित रहे और बाबासाहेब को याद किया।