प्राचार्य एवं प्रबन्धक द्वारा किये जा रहे शोषण एवं उत्पीड़न के खिलाफ श्री गांधी पीजी कॉलेज मालटारी में स्ववित्तपोषित शिक्षकों का क्रमिक अनशन जारी

आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश के एतिहासिक अनुदानित महाविद्यालयों में शामिल श्री गांधी पीजी कॉलेज मालटारी आजमगढ़ आज पूर्व प्राचार्य डॉ केएन गुप्ता एवं उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग के विज्ञापन 49 से चयनित व नवनियुक्त प्राचार्या प्रो शुचिता श्रीवास्तव व प्रबन्धक दिनेश राय के द्वारा महाविद्यालय के स्ववित्तपोषित शिक्षकों के शोषण व उत्पीड़न की कारगुज़ारियों से सुर्खियों में बना हुआ है।

आखिर मरता, क्या न करता..? विगत एक वर्ष में महाविद्यालय में छात्र संख्या न घटने के बावजूद प्राचार्य प्रबन्धक की मिली भगत से एक तरफ स्ववित्तपोषित शिक्षकों को देय वेतन घटाते घटाते 2000-2200 कर दिया गया। विश्वविद्यालय मूल्यांकन व प्रायोगिक परीक्षा में शामिल होने के लिए स्ववित्तपोषित शिक्षकों को अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया जा रहा है। इपीएफ की कटौती नियम विरुद्ध मनगढ़ंत स्वरूप में की जा रही है। नियमानुसार निर्धारित वेतन के 12% शिक्षक से एवं निर्धारित वेतन के 13% नियोक्ता (प्रबन्धक) द्वारा देय होता है। किन्तु मनमाफिक प्राचार्य प्रबन्धक द्वारा शिक्षकों के निर्धारित वेतन से 12% कटौती के बजाय नियम व शासनादेश के विरुद्ध कुल 25% की कटौती शिक्षक से ही की जा रही है।

अनुदानित महाविद्यालय स्ववित्तपोषित अनुमोदित शिक्षक संघ ईकाई आजमगढ़ के जिलाध्यक्ष व महाविद्यालय के ही स्ववित्तपोषित शिक्षक डां शैलेश पाठक सहित सभी स्ववित्तपोषित शिक्षकों ने विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के समस्त अनुदानित महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित शिक्षकों से अपील किया है कि स्ववित्तपोषित शिक्षक के मान सम्मान व अधिकार के लिए श्री गांधी पीजी कॉलेज मालटारी आजमगढ़ चल रहे क्रमिक अनशन/धरने में पहुंच कर संघर्ष को मुकाम तक पहुंचाने में सहयोग करें।