विकासखण्ड मिश्रित में भ्रष्टाचार चरम पर,दिव्यांग पात्रों तक को नहीं मिल पा रहा सरकारी योजनाओं का लाभ।

सीतापुर / एक तरफ प्रदेश शासन गरीबों और आम जनता के लिए संचालित विकास योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए जहां कटिबंध है वहीं विकास क्षेत्र मिश्रित में व्याप्त भ्रष्टाचार और नियम विपरीत कार्य करने की शैली से यहां तैनात अधिकारी एवं कर्मचारी बाज न आकर पात्रों तक सरकारी योजना पहुंचाने की राह में रोड़ा बने हुए हैं इतना ही नहीं दिव्यांगों तक को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है ऐसा ही एक सनसनी खेज मामला ग्राम पंचायत मोहम्मद नगर का प्रकाश में आया है जहां का निवासी रमन सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह गरीब तबके का होने के साथ ही 90% शारीरिक रूप से विकलांग है जिसका मुख्य चिकित्सा अधिकारी के वहां से जारी किया गया प्रमाण पत्र भी उसके पास मौजूद है उक्त दिव्यांग का आरोप है कि ग्राम प्रधान और ग्राम सभा में तैनात पंचायत सचिव की दूसित नीतियों के चलते उसे शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेने से महरूम कर दिया गया है पीड़ित का आरोप है कि उसने दिव्यांग कोटा से आवास योजना का लाभ दिए जाने की मांग की थी लेकिन उसकी फरियाद ना सुनकर प्रधान और पंचायत सचिव ने घूस लेकर ऐसे लोगों को आवास उपलब्ध कराए हैं जिनके पहले से आवास दो मंजिले मकान तक बने हुए हैं शिकायतकर्ता विकलांग ने ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी के साथ ही जिला प्रशासन से जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के साथ ही दिव्यांग कोटे से उसे सरकारी आवास योजना का लाभ दिलाये जाने की मांग की है।