बच्चों ने दी शहीदी दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि

गोंडा। कस्बा व बाजार इटियाथोक स्थित उमा कंप्यूटर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के बच्चों ने गुरुवार को शहीदी दिवस मनाया। कार्यक्रम में इंस्टीट्यूट के प्रबंध निदेशक ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को याद करते हुए उनकी तस्वीर पर पुष्पमाला अर्पित की।मुख्य अतिथि ने कहा कि शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू ने जिस प्रकार भारत की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया, वह हर भारतीय के लिए प्रेरणा स्त्रोत है और रहेंगे।उन्होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा,कि 23 मार्च 1931 की रात भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव की देशभक्ति को अपराध की संज्ञा देकर फांसी पर लटका दिया। कहा जाता है, कि इनकी मृत्युदंड की तारीख 24 मार्च की सुबह तय की गई थी, लेकिन किसी बड़े जनाक्रोश से डरी हुई अंग्रेज सरकार ने 23 मार्च की रात्रि को ही इन क्रातिवीरों की जीवन लीला समाप्त कर दी। रात के अंधेरे में ही सतलुज के किनारे इनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया।लाहौर षडयंत्र में भगत सिंह को फांसी की सजा दी गई थी तथा केवल 24 वर्ष की आयु में 23 मार्च 1931 की रात को उन्होंने हंसते-हंसते इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते हुए फांसी के फंदे को चूम लिया।इस अवसर पर पुरुषोत्तम तिवारी, रोली मिश्रा, राजेश शुक्ल सहित अनेक छात्र एवं छात्रा उपस्थित रहे।