सिद्धार्थनगर: प्राइमरी स्कूल में 12 साल से तैनात रही फर्जी प्रधानाध्यापिका, पोल खुलने पर फरार,

जिले में कूटरचित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 12 साल से नौकरी कर रही जालसाज प्रधानाध्यापिका फरार हो गई है।

सिद्धार्थनगर: जिले से सटे प्राथमिक विद्यालय बसडिलिया में तैनात अमिता शुक्ला नाम की प्रधानाध्यापिका का पोल जब खुल गया की वह फर्जी और कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रही थी। दीये तले अँधेरा यह बात अब आपको भी दिन में तारे गिना देगी।अमिता अपना फोन बंद कर फरार हो गई है।अब प्राथमिक विद्यालय में तरह-तरह की समस्याएं सामने आ रही है।

BSA ऑफिस से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर बसडिलिया का प्राथमिक विद्यालय एक सहायक अध्यापिका के भरोसे चल रहा है।हैरानी की बात यह कि सरकार द्वारा निर्धारित दिनचर्या के अनुसार जो आहार बच्चो को दिया जाना चाहिए वो नही मिल रहा किसी तरह काट कपट कर बस नाम मात्र की व्यवस्था की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, बच्चों का एमडीएम सहायक अध्यापिका प्राची सिंह अपने निजी खर्चे से वहन कर रही है। मामले की हकीकत यहीं तक खत्म नही होती फर्जी प्रधानाचार्या जिस शैक्षणिक संस्थान व दस्तावेजों पर नौकरी कर रही थी उस दस्तावेज पर दो लोग नौकरी करते हैं।

अब यह कैसे संभव है कि किसके सह पर या फिर किसके सेटिंगबाजी से ये चार लोग एक ही दस्तावेजों पर नौकरी कर रहे हैं? कब गिरेगा फर्जी शिक्षकों पर गांज? कौन - कौन हैं इस मामले में संलिप्त। ये बात फरार होने का राग प्रधानाचार्या के गायब होने के बाद हर किसी के जुबान पर दबे मुंह गुनगुना रहा है।