जिलाधिकारी ने गाजे बाजे और मन्त्रोंच्चारण साथ किया मेला द्वार का फीता काट कर उद्घाटन ।

सीतापुर/आशुतोष शिव की तपस्थली वाले सतयुग कालीन अति पुनीत आरण्य क्षेत्र मिश्रित नैमिषारण्य में फाल्गुनी अमावस्या से महार्षि दधीचि की स्मृति में शुरू हुआ धार्मिक चौरासी कोसीय होली परिक्रमा मेला जनपद और गैर जनपद के दस बाहरी पड़ावों का भ्रमण तथा रैन बसेरा करता हुआ आज बृहस्पतिवार को महर्षि दधीचि की पौराणिक तपोभूमि मिश्रित तीर्थ नगर में आ गया है जहां परंपरागत रूप से जिलाधिकारी द्वारा तहसील मुख्यालय के सामने स्थित मेला द्वारका फीता पुजारी राहुल शर्मा के मंत्रोच्चारण के साथ गाजे-बाजे और आतिशबाजी के धूम-धड़ाके के मध्य काटकर किया गया। तदुपरांत जिलाधिकारी अनुज कुमार और पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान अपने लाव लश्कर के साथ नगर पालिका परिषद कार्यालय गए जहां क्षेत्रीय विधायक रामकृष्ण भार्गव, विधान परिषद सदस्य पवन कुमार सिंह, सांसद अशोक रावत के साथ भाजपा जिला अध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा नगरपालिका कार्यालय गए जहां मेला सचिव अधिशासी अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह ने आगंतुक अतिथियों एवं गणमान्य नागरिकों का स्वागत सत्कार किया तदुपरांत प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मेला व्यवस्था और हुए कार्यों पर विस्तृत चर्चा करते हुए तैयारियों की समीक्षा की गई और मेला सकुशल संपन्न कराने के निर्देश तहसील और नगरपालिका के जिम्मेदार लोगों को दिए । मेला उद्घाटन के साथ ही महर्षि दधीचि मंदिर और दधीच कुंड तीर्थ के साथ ही परिक्रमा पथ पर स्थित अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों की पंचकोशी परिक्रमा साधू सन्यासियों संत महंतों श्रद्धालु नर नारियों द्वारा प्रारंभ कर दी गई है जिसका समापन पूर्णिमा तिथि की रात्रि में होलिका दहन और प्रातः काल दधीचि कुण्ड तीर्थ में बुड़की स्नान के साथ परिक्रमार्थियों द्वारा किया जाएगा।तब यह धार्मिक मेला सामाजिक मेला में परिवर्तित होकर लगभग एक माह तक चलेगा जिसकी व्यवस्थाओं और देखरेख की जिम्मेदारी का निर्वाहन नगर पालिका परिषद द्वारा की जाएगी पालिका के अधिशाषी अधिकारी मेला सचिव के पद का दायित्व निर्वहन,और तहसील के उपजिलाधिकारी मेला अधिकारी पद परम्परा गत रूप से अपने दायित्वों का निर्वाहन करेंगे सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सर्किल के क्षेत्राधिकारी सुशील कुमार यादव और कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र कुमार ओझा के द्वारा संभाली जाएगी यद्यपि मेला कोतवाली का गठन अलग किया जाता है जिसका प्रभारी राजेश सिंह को बनाया गया है । बताते चले कि मेला उद्घाटन के समय जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ साधु संत महंत मठाधीश पीठाधीशों, गणमान्य नागरिक और पत्रकार गण उपस्थित रहे।