रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की समाजसेवी नदीम इकबाल ने की मांग

बरेली समाजवादी पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कथनी और करनी में फर्क है नदीम इकबाल राष्ट्रीय रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया नदीम इकबाल ने राम चरित्र मानस स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा दिए गए बयानों पर आडे रहने पर पर कड़े शब्दों में निंदा की स्वामी प्रसाद मौर्य काे देश कि जनता सै माफी मगनी चहीये देश में रह रहे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं किसी एक धर्म पर गलत टिप्पणी करना कहां तक सही रामचरितमानस पुस्तक को देश के ग्रंथ की मान्यता दी जाए मैं गीता कुरान बाइबल ग्रंथ सभी धर्म की पुस्तकों का सम्मान करता हूं अखिलेश यादव को अपनी नीति को स्पष्ट करना चाहिए अखिलेश यादव की कथनी और करनी में फर्क है नदीम इकबाल ने कहा इस देश में रह रहे सभी लोगों का डीएनए टेस्ट एक है हम हिंदुस्तानी और भारतवासी है