एडीजी को बरेली के कैंट थाने में मिलीं अव्यवस्थायें गुड वर्क दिखाने को गैर कानूनी तरीके से थाने में बिठाये लोग

यूपी में आज भी तमाम चेतावनी के बाबजूद कुछ जिम्मेदार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। कानून को अपनी जागीर और जीडी को अपनी बपौती समझ आज भी स्वयंभू अंदाज में काम कर रहे हैं। शनिवार को ऐसी ही मनमानी का आलम उत्तर प्रदेश के बरेली शहर के कैंट थाने में एडीजी जोन ने देखा। फिर तो निचले स्तर से लेकर जिला स्तर तक के जिम्मेदार अफसरों को एडीजी ने फोन कर जमकर लताड़ लगाई। गुड वर्क दिखाने को कैंट पुलिस ने मानवाधिकार आयोग, सुप्रीम कोर्ट, शासन, पुलिस मुख्यालय और पुलिस रेगुलेशन के दिशा-निर्देशों से इतर खूब मनमानी की। दरअसल, बरेली जोन के एडीजी पीसी मीना थाना समाधान दिवस के बहाने थानों की व्यवस्थायें परखने निकले थे। इस दौरान एडीजी का काफिला थाना कैंट जा पहुंचा। मौके पर थाना समाधान दिवस में अपनी समस्याएं लेकर कुछ फरियादी एवं अन्य मामलों के शिकायतकर्ता भी थाने मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, एडीजी ने देखा कि थाने की हवालात से लेकर थाना परिसर में नियमों की अनदेखी कर बड़ी संख्या में लोग बिठाए गए हैं। पुलिसकर्मियों से पूछा गया तो पता चला कि वाहन चोर गैंग का वर्क आउट होने वाला है, इसी सिलसिले में एक दूसरे से पूछताछ के बाद इस तरह से तमाम लोग उठाए गए हैं। लोगों को पूछताछ को उठाने में जिन नियमों का अनुपालन पुलिस को करना चाहिए, ऐसे कोई नियम फॉलो नहीं किए गए। 24 घंटे से ज्यादा लोगों को थाने पर बिठाने, थाने की मनमानी देख एडीजी का पारा चढ़ गया और उन्होंने जिम्मेदारों की जमकर फटकार लगाई। एडीजी को पता चला कि कई कई दिन से लोगों को अवैध तरीके से थाने पर बैठाया गया था। हालांकि, एडीजी की फटकार के बाद शाम को ही कैंट पुलिस ने अपना गुड वर्क दिखा दिया। वाहन चोर गैंग में 5 की गिरफ्तारी दिखायी गई। जिन लोगों की भूमिका नहीं थी, उन्हें छोड़ दिया गया। यह वही कैंट थाना है, जहां नकटिया पुलिस चौकी पर सरेआम पुलिस कर्मियों पर गोली चलाने का दुस्साहस किया गया था। पुलिस का इकबाल कितना बुलंद है, इस बात का अंदाजा नकटिया पुलिस चौकी की घटना से ही लग गया था। कैंट थाने के एसएचओ पहले से ही चर्चा में रह चुके हैं। बरेली के तत्कालीन एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने एक मामले में उन्हें लापरवाह मानते हुए सस्पेंड किया था, हालांकि बाद में वो बहाल हो गए। बरेली से पीलीभीत ट्रांसफर किया गया। जुगाड़ लगाकर पीलीभीत से फिर बरेली आ गये। कैंट थाने में समुचित सफाई व्यवस्था ना होने पर भी एडीजी ने जमकर नाराजगी जताई। कैंट के बाद एडीजी भमोरा थाने पहुंचे। फरियादियों की समस्याएं सुनीं।