भगवान शंकर की अमूल्य देन अमृतोपम देववृक्ष है रूद्राक्ष -आचार्य गिरधर शर्मा 

सरगांव -भगवान शंकर की अमूल्य देन अमृतोपम देववृक्ष है रूद्राक्ष। संपूर्ण छ.ग. में रुद्राक्ष वाटिका का निर्माण कर का रुद्राक्ष के लिये छ.ग. को नेपाल तथा इंडोनेशिया के समतुल्य बनाएं जाना है रूद्राक्ष रूद्राक्ष पौधारोपण कार्यक्रम का उद्देश्य है। रूद्राक्ष वाटिका के निर्माण से आध्यात्मिक वैज्ञानिक लाभ ही नहीं बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी भरपूर लाभ मिलेगा उक्त बातें आचार्य गिरधर शर्मा ने श्री हरिहर क्षेत्र केदार मदकू द्वीप में रूद्राक्ष वाटिका अभियान के अन्तर्गत आयोजित रूद्राक्ष पौधारोपण कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम के प्रारंभ में संत रामरूप दास महात्यागी महाराज ने श्री हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप मदकू के धार्मिक, आध्यात्मिक, पुरातात्विक और वानस्पतिक विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। तत्पश्चात नवनिर्मित रूद्राक्ष वाटिका में 21 रूद्राक्ष पौधों का पौधारोपण किया गया। डॉ गिरधर शर्मा का श्री हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप सेवा समिति मदकू के पदाधिकारियों के द्वारा शाल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जीवन लाल कौशिक, भगवती प्रसाद मिश्र, मनीष अग्रवाल, प्रभात पाण्डेय,मनोज पाण्डेय, डॉ रामेश्वर वर्मा,भोला शंकर अग्रवाल, प्रमोद दुबे,डॉ जयंत निर्मलकर (रिसर्च प्रोफेसर,साउथ कोरिया), जुलाराम, संदीप बिसेन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। समिति के मनीष अग्रवाल के द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया।