पाइप पेयजल परियोजना: व्यवस्था नाकाम, जल संकट से जूझ रहे ग्रामीण

गोंडा।घर-घर पाइप लाइन पहुंचा कर पानी देने की योजना गांव में किसी सपने से कम नहीं है।छह साल पहले बनी टंकी पिछले चार महीने से 354 घरों तक पानी नहीं दे पा रही है।ग्रामीणों की मानें,तो दूषित पानी पीना अब रोजमर्रा का हिस्सा बन गया है।इटियाथोक विकास खंड की ग्राम पंचायत करुवा पारा में लगभग ढाई हजार की आबादी निवास करती है। ग्रामवासियों को घर-घर पेयजल मुहैया कराने के लिए जल निगम ने 98.17 लाख रुपये की लागत से पाइप पेयजल परियोजना का निर्माण करा कर अप्रैल 2016 में रखरखाव के लिए ग्राम पंचायत को हस्तांतरित कर दिया।जल निगम ने टंकी निर्माण के साथ ही गांव में पाइप लाइन का जाल बिछाया।ताकि लोगों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो सके।ग्रामीणों ?ने बताया,कि इसके लिए भूमिगत पाइप लाइन भी बिछा दी गई, लेकिन उदासीनता के चलते जगह जगह पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई।जिससे पिछले चार माह से गांव में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति बाधित है।

शिकायत के बाद भी नहीं सुनवाई

ऑपरेटर सुशील कुमार मिश्र ने बताया,कि कई जगह पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है।जिससे होने वाली आपूर्ति से दूषित पेयजल की आपूर्ति हो रही है।वहीं मोटर भी खराब है।पाइप लाइन के मरम्मत के लिए कोई गंभीर नहीं है।कई बार शिकायत भी की गई। बावजूद इसके सुनवाई नहीं की जा रही है।बताया,कि विभाग ने कनेक्शन तो सैकड़ों दिए, लेकिन उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।

जिम्मेदार के बोल

एडीओ पंचायत परमात्मा दीन का कहना है, कि पंचायत सचिव को निर्देशित किया जा रहा है।जल्द ही समस्या का निदान किया जाएगा।