गज़ब! कम समय में ही प्रधान ने कर डाला अपना विकास 

  • विकास को आई धनराशि की हुयी निकासी, नहीं हुए विकास कार्य

पंकज शाक्य

सुल्तानगंज/मैनपुरी- एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार सबका साथ सबका विकास करने की तर्ज पर गांव गांव में विकास कराने का कार्य कर रही है तो वहीं स्वच्छता मिशन के नाम पर गलियों नालियों का निर्माण कार्य करा कर गांव - गांव को स्वच्छता मिशन से जोड़ने का काम कर रही है। वही ग्राम प्रधान की खाओ कमाओ नीत के चलते गांव की गलियों में निर्माण कार्य के नाम पर लाखों रुपए की धन निकासी कर ली है। लेकिन अभी तक गलियों का निर्माण अधर में लटका हुआ है। जिसके चलते गलियों में कीचड़ युक्त पानी भरा हुआ है। जिनसे लोगों का निकलना दूभर हो रहा है।

हालांकि इस संबंध में ग्रामीणों ने मुख्य विकास अधिकारी से शिकायत की। इसके बावजूद भी अभी तक कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं आई है। ग्रामीणों का कहना है कि इस कीचड़ युक्त पानी के ठहरे रहने से और उससे बार-बार निकलने से लोग बीमार पड़ते हैं। यहां तक गलियों में कीचड़ भरे रहने के कारण गांव में रह रहे युवाओं के रिश्ते नहीं आते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान विकास के नाम पर आई किस्तों से अपना निजी आवास बना रहा है।

कहाँ का है पूरा मामला

दरअसल यह पूरा मामला जनपद मैनपुरी के तहसील कुरावली क्षेत्र में लगने वाले विकास खंड सुल्तानगंज क्षेत्र के ग्राम पंचायत जरामई के मजरा महरमई का है।

ग्रामीणों ने मुख्य विकास अधिकारी को दिया ज्ञापन जांच की मांग

ग्रामीणों ने मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार को एक शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया है कि गांव का प्रधान धर्मेंद्र सिंह और धर्मवीर नवनिर्वाचित प्रधान है। जिसने डेढ़ साल के अंतराल में ग्राम पंचायत में गांव के विकास के नाम पर आने वाली 37 लाख रुपए की धनराशि को निकालकर पंचायत में कुछ विकास कार्य कराते हुए लाखों रुपए का बंदरबांट करते हुए कागजों में विकास कार्य दर्शा दिया है।

आपको बता दें ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी ने गांव महरमाई मैं नाली के नाम पर चरण सिंह के घर से ट्रांसफार्मर तक नाली निर्माण में 23 जुलाई 2022 को 38722, प्राथमिक विद्यालय मैं मेंटेनेंस एवं मरम्मत के नाम पर ₹32275, तो वही दूसरे विद्यालय के नाम पर ₹114951, उसी तारीख में इंटरलॉकिंग के नाम पर भूरे के घर से रोड तक ₹84946, गलियों के नाम पर हरि सिंह के घर से भारत सिंह के घर तक और रामवीर के घर से मुख्य मार्ग तक सीसी मार्ग दर्शा कर ₹113367, ओम शरण के घर से मेन रोड तक ₹10250 बीते 5 अगस्त 2020 को निकाला है। दिनांक 28/8/2022 को रामचंद्र के घर से अवधेश के घर तक ₹38000 निकाल लिया। तीन गलियों में सीसी मार्ग को बना दिखाकर कागजों में दर्शा कर लाखों का घोटाला कर लिया है। जबकि धरातल पर आज भी कीचड़ युक्त नालियां और गलियां दिखाई दे रहीं हैं। वही मोकम सिंह के घर से इंटरलॉक ईट से निर्माण कार्य दर्शा कर निर्माण कार्य दिखा दिया है। जबकि इन गलियों में आज भी कीचड़ भरा हुआ है जो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता मिशन का मुंह चिढ़ा रहा है।

यहां तक आरोप है कि सरकारी हैंडपंपों के मरम्मत के नाम पर ग्राम प्रधान ने ₹327800 की धनराशि को निकालकर घोटाला कर लिया है। जबकि गांव में कोई भी कार्य नहीं कराया गया है। इस तरह से ग्राम प्रधान ने ग्राम पंचायत में कई विकास कार्यों को दर्शा कर धन उगाई की है।

गलियों में कीचड़ होने के कारण नहीं होती युवकों की शादियां

गांव निवासी महिला भाग्यश्री का आरोप है कि उसकी गलियों में क्या बरसात हो या गर्मी या हो सर्दी हर मौसम में कीचड़ व जलभराव रहता है। जिसके चलते इस गली में रहने वाले नव युवा कुंवारे घूम रहे हैं। अगर कोई रिश्तेदार क्या शादी संबंध वाले अगर इस गली से गुजरे तो उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। यहां तक युवाओं की शादी संबंध में बड़ी बाधाएं आ रही हैं। जिसके चलते पूर्व प्रधान के विकास कार्यों को जुड़ा अपने खाते में ग्राम प्रधान धर्मवीर उर्फ धर्मेंद्र ने पूर्व में चुने गए प्रधान द्वारा कराए गए विकास कार्यों को भी अपने कार्यों में दर्शा कर करीब तीश लाख से ऊपर रुपयों का गोलमाल कर लिया है।

ग्राम प्रधान ने किया निजी विकास बनाया अपना आवास

ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने गांव के रहने वाले तुलसीराम पुलिसकर्मी जो एटा में निवास कर रहे हैं। उनसे पांच विशवा जमीन ₹500000 में खरीद कर निजी आवास बना रहा है। जिसमें 15 से लेकर 2000000 रुपए की लागत लग चुकी है। 4 महीने से कार्य बराबर चल रहा है। एक और डेढ़ साल के अंतराल में ही प्रधान को ऐसी कौन सी लॉटरी लग गई। जिससे अपना आवास लगातार बनवा रहा है।

आखिर कहां से आई संपत्ति

धर्मेंद्र उर्फ धर्मवीर ने चुनाव के दौरान अपनी निजी चल और अचल संपत्ति के रूप में ₹65000 के जेवर व ₹35000 की नगदी दर्शा कर नामांकन किया था। अब सोचने वाली बात यह है कि मात्र डेढ़ साल के अंतराल में ग्राम प्रधान के पास इतनी संपत्ति कहां से आई कि जिसमें ₹500000 का जमीन खरीद कर 2000000 की हवेली तैयार कर रहा है।

ग्रामीणों की शिकायत पर होगा अमल क्या होगी घोटालेबाज प्रधान पर कार्रवाई

अब देखना यह होगा कि ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत पर क्या ग्राम प्रधान द्वारा किए गए घोटाले की जांच होगी या जांच ठंडे बस्ते में विचाराधीन पड़ी रहेगी या इस जांच में क्या बंदरबांट हो जाएगा। क्या जांच कर होगी प्रधान की रिकवरी?

क्या बोले मुख्य विकास अधिकारी

वहीँ इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि विकासखंड सुल्तानगंज क्षेत्र की ग्राम पंचायत जरामई में प्रधान द्वारा किये गए घोटाले के मामले में ग्रामीणों ने शिकायत की है। इस सम्बन्ध में जांच टीम गठित कर दी गयी है। जांच टीम की जांच रिपोर्ट में जो नही दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।