एक सप्ताह से लापता युवक का शव मिलने से परिवार में मचा कोहराम

पुलिस से शव को छीन कर सड़क पर रखकर लगाया जाम, पुलिस के विरुद्ध की जमकर नारेबाजी।

बदायूँ/उत्तर प्रदेश
सहसवान : पुलिस की लापरवाही ने एक बार फिर एक युवक की जान ले ली। वैसे भी पुलिस गांवों में होने वाले विवादों या किसी के लापता होने को हल्के में लेती है। पुलिस ने जब भी ऐसे किसी मामले को हल्के में लिया तो उसकी कीमत लोगों को चुकानी पड़ी है। गांव में कोई लापता हो या किसी विवाद में गोलियां, लाठी-डंडा चले और जान भी जाए पर पुलिस अपनी मुस्तैदी नहीं दिखाती। अधिकारी भी बाद में मामले में पुलिस पर कार्रवाई करते हैं, पर तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।

मामला जिला बदायूँ का है जहां एक सेल्समैन युवक के मय कार के गायब हो जाने के कई दिनों बाद उसका शव दूसरे थाना क्षेत्र में मिलता है। मौत की खबर मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच जाता है। पुलिस जब शव को लेकर अस्पताल जा रही थी, रास्ते में परिजनों ने गाड़ियां आगे लगाकर पुलिस से शव छीन लिया और सड़क पर रखकर जाम लगा दिया व पुलिस के खिलाफ आक्रोश भी जाहिर किया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस शव को दोबारा अपने कब्जे में ले सकी और उसके बाद अस्पताल लेकर गई जहां शव का पंचनामा भरकर उसको जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

मामला जिला बदायूं के थाना उझानी के गांव पिपरोल का है, जहां गीतम पुत्र वेदराम उम्र लगभग 35 वर्ष अपनी इको गाड़ी से सेल्समैन का कार्य करता है और दुकानों पर माल की सप्लाई करता है। लगभग 1 सप्ताह पूर्व गीतम मय गाड़ी के लापता हो गया था परिजनों ने उसको सभी जगह ढूंढा लेकिन उसका कोई भी सुराग नहीं मिला। लगभग 1 सप्ताह बीत जाने के बाद आज गीतम का शव भीकमपुर थाना सहसवान क्षेत्र में पाया गया जिसको लेकर पुलिस अस्पताल के लिए निकली। इसका पता परिजनों को भी लग चुका था वो लोग भी तो घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े और पुलिस की गाड़ियों के सामने अपनी गाड़ियां लगाकर पुलिस से शव छीन लिया और सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। गुमशुदगी का मामला थाना उझानी का था तो वहां की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। परिजनों का आरोप है की 1 सप्ताह से गीतम लापता है लेकिन पुलिस ने कोई भी मुस्तैदी नहीं दिखाई। जब तक वह जिंदा था तब तक पुलिस उसे ढूंढने का दिलासा देती रही लेकिन मरने के फौरन बाद पुलिस ने उसे ढूंढ लिया। अगर पुलिस ने यही मुस्तैदी पहले दिखाई होती तो शायद गीतम सिंह जिंदा मिल जाता। परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी की और शव देने से इनकार कर दिया। सूचना पर पुलिस की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और मृतक के पिता को समझाया और शव देने की गुजारिश की। काफ़ी मशक्कत के बाद परिजनों ने शव पुलिस को सौंपा जिसे लेकर पुलिस अस्पताल गई और वहां से उसे पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। परिजनों का कहना है कि गीतम की हत्या हुई है और हत्या गोली मारकर की गई है।

रिपोर्ट - मुकेश मिश्रा