आख़िर कौन दे रहा है टिकठा ग्राम पंचायत के दबंगों को संरक्षण गरीब की जमीन हड़पने के लिए एक चुनावी मुद्दा बनाया जा रहा है घट सकती है घटना जिम्मेदार मौन


रामपुर मथुरा सीतापुर
थाना क्षेत्र के अंतर्गत टिकठा ग्राम पंचायत के डिहुआ गाँव में दबंगई की मानो बाढ़ आ गयी है। बताते चले कि डिहुआ निवासी रामायण सरन मिश्र ने वर्षों पहले गाँव के पड़ोस में स्थिति भूमि गाटा संख्या 1042 भोला नाथ से क्रय किया था। कब्जे के बाद जब उनको अपने खेत का रकबा कुछ कम लगा तो ग्राम पंचायत के लेखपाल को प्रार्थना पत्र देकर खेत की पैमाइस कराई जिसमें खेत के पड़ोसियों का आंशिक कब्जा पाया गया। कोई विवाद न करने की दृष्टि से रामायण सरन ने क्षेत्र व ग्राम पंचायत के कुछ संभ्रांत लोगों व ग्राम प्रधान पति पुत्तन लाल दीक्षित की मौजूदगी में सामाजिक समझौता करके इस उद्देश्य से एक नींव बना ली गई कि भविष्य में कोई और अधिक अबैध कब्जा न कर सके।
समय बीतता गया और ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान रामायण सरन व ग्राम प्रधान पुत्तन लाल के साथ साथ खेत के पड़ोसियों से भी कुछ मनमोटव हो गया। राजनीतिक अनबन के कारण ग्राम प्रधान ने बिना राजस्व व पंचायत सहमति के दो ट्राली ईंट खेत के पड़ोस में डाल कर खेत में एक नई रास्ता बनाने का प्रयास किया। लेकिन रामायण सरन ने प्रकरण से उपजिलाधिकारी महोदय व विधायक जी को अवगत कराया तो रामायण जी को न्याय की उम्मीद हुई। लेकिन दबंगो के आगे अधिकारी व राजनेता कोई मायने नहीं रखता है।
बीती 20 / 21 नवम्बर 2022 की रात को खेत के पड़ोसी दबंग क्षेत्र वासियों व ग्राम प्रधान की उपस्थिति में बनाई गई नींव को जड़ से उखाड़ फेकने में सफल रहे। सुबह जब रामायण ने अपने खेत की हालत देखी तो मानो पैरों के नीचे से जमीन खिसक गयी हो। गाँव में यदि ऐसा ही माहोल रहा तो दबंगों के डर से कई गरीबों को गाँव छोड़कर भागना पड़ेगा। आनन फ़ानन में रामायण ने थाना रामपुर मथुरा में प्रार्थना पत्र देकर व ट्विटर के माध्यम से उच्च अधिकारियों को अवगत करा कर न्याय की गुहार लगाई है।
अब देखना है कि दबंगों पर कोई कार्यवाही होती है या यूँ ही लीपा पोती करके दबंगों के हौसले बढ़ाने में उन्हे सफलता दी जाती है।