जीवन शैली और आत्मा को नया रूप देती है श्रीराम कथा, विजय कौशल जी महाराज

गोंडा।कथा वाचक विजय कौशल जी महाराज ने कहा श्रीराम कथा तन-मन को पवित्र कर उज्ज्वल करने के साथ-साथ जीवन शैली और आत्मा को नया रूप देती है। इस अवसर पर शिव पार्वती के महिमा का गुणगान भी किया किया,जिसे सुन श्रोता भाव विभोर हो उठे।इटियाथोक ब्लाक क्षेत्र के बेंदुुुली गांव स्थित स्वामी सर्वदानंद बालिका लघु माध्यमिक विद्यालय के परिसर में नौ दिवसीय संगीतमय श्री रामकथा के दूसरे दिन वृंदावन धाम से आए कथा व्यास परम पूज्य कौशल जी महाराज ने भगवान शिव और माता पार्वती की अलौकिक कथा का रसपान कराया।कथा व्यास ने कहा कि रामकथा का आनंद तभी है, जब वक्ता और श्रोता दोनों सुर, लय, ताल मिलाकर कथा का रसपान करें। प्रेम प्रकट हो जाए तो परमात्मा खुद प्रकट हो जाएंगे। प्रेम के बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने कहा रामकथा का महत्व हमेशा से है और आगे भी रहेगा। यह भगवान की लीला, चरित्र व गुणों की गाथा है। इसके श्रवण और कथन के प्रति हमेशा एक नवीनता का भाव बना रहता है।श्रद्धालुओं ने नाचते गाते आनंद लिया।