महाराष्ट्र के सोमपुर में पूजा अर्चना छत्तीसगढ़ के लोगों के द्वारा

बस्तर संभाग के छोर भोपाल पटनम आर्य वैश्य (कोमटि)समाज ने कार्तिक मास के पावन अवसर पर शनिवार के द्वादशी तिथि में भोपाल पटनम से 30 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के सोमनुर् संगम जो छत्तीसगढ़ में भद्रकाली संगम के नाम से प्रसिद्ध है वहा जाकर पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना की कार्तिक मास के इस अवसर पर समाज के सभी लोगो ने सामूहिक रूप से संगम स्थल जाकर सत्यनारायण भगवान की पूजा किया और दीपदान कार्यक्रम एवम आवंला पूजा की जिसमे समाज के 80 से अधिक सदस्य उपस्थित हुए हैं जिसमे पूजा के साथ साथ दिवाली मिलन एवम पिकनिक भी हुआ गोदावरी एवम इंद्रावती नदी का संगम का नजारा बहुत ही सुंदर है इस कार्यक्रम में समाज के 25 जोड़ी सत्यनारायण स्वामी पूजा में बैठे रहे,पूजा संपन्न कराने भोपाल पटनम के पुरोहित श्री रामबटला दत्तात्रेय महाराज ने कराया है जिसमे सत्यनारायण कथा आवंला पूजा एवम दीपदान पूजा कराया गया है पूजा के बाद भोजन कार्यक्रम हुआ है बताया जाता है की सनातन धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्व ब है,इसको दामोदर मास भी कहा जाता है। इस महीने में भगवान विष्णु और उनके अवतारों की पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है। पूरे कार्तिक मास में स्नान,दान और भगवत्पूजन किया जाता है उसे जगत के पालनहार भगवान विष्णु ने अक्षय फल देने वाला बतलाया है। स्वयं ब्रह्माजी कार्तिक मास की महिमा बताते हुए कहते हैं कि कार्तिक मास सब मासों में उत्तम है एवं महीनों में कार्तिक,देवताओं में भगवान विष्णु और तीर्थों में नारायण तीर्थ श्रेष्ठ है। समाज के अध्यक्ष श्री भी विश्वनाथ ने बताया कि हमारे समाज के द्वारा प्रति वर्ष कार्तिक मास में यहां कार्यक्रम आयोजन किया जाता है इससे पहले तीमेड,भद्रकाली, कालेश्वरम में भी किया है