नमामि गंगे के अवसर पर 109 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का किया गया आयोजन

वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

शुक्रवार की शाम भारत- नेपाल सीमा पर अवस्थित बेलवा घाट परिसर में 4 नवम्बर की रात जिला गंगा समिति पश्चिम चंपारण के तत्वावधान में गंगा उत्सव 2022, नदियों का त्यौहार एवं नमामि गंगे के तहत 109 वीं विशेष नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी बगहा- 2 जयराम चौरसिया के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रखंड पंचायत राज पदाधिकरी हेमंत कुमार सिंह, विशिष्ट अतिथि प्रखंड सहकारिता पदाधिकरी क्षितिंद्र कुमार सिंह, अभिनेता डी. आनंद, स्वरांजलि सेवा संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर संगीत आनंद, प्रखंड नाजिर राज किशोर राव, अंचल बगहा 2 के प्रधान सहायक सुरेश प्रसाद यादव, आचार्य पंडित उदयभानु चतुर्वेदी, एसएसएस ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजू देवी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि हेमन्त ने कहा कि राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन एवं जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा देश के विभिन्न जगहों पर नदियों का त्यौहार, गंगा उत्सव 2022 एवं नमामि गंगे के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके निमित्त वाल्मीकि नगर के ऐतिहासिक बेलवा घाट परिसर में आज विशेष नारायणी गंडकी महाआरती की जा रही है। आज हम सभी नदियों की साफ-सफाई और पौधरोपण का संकल्प लेते हैं। विशिष्ट अतिथि क्षितिंद्र कुमार ने पर्यावरण संरक्षण संवर्धन पर बल दिया। डी. आनंद ने जताएं नदियों के प्रति अपना आभार, आइए मिलकर मनाएं नदियों का त्यौहार, गीत गाकर कार्यक्रम की सार्थकता को सिद्ध किया। गायक संगीत आनन्द ने नमामि गंगे पर केंद्रित कई गीत प्रस्तुत किया।गायिका बबीता राज ने मानो तो मैं गंगा मां हूं, तथा गंगा तेरा पानी अमृत गीत गाकर नदियों का त्योहार के महत्त्व को बढ़ावा दिया। इस मौके पर अमलाकांत ठाकुर, गुटन शर्मा, आस्था कुमारी, साहेब कुमार,गायिका पिंकी कुमारी एवं राजेश पांडे की भूमिका सराहनीय रही। संचालन डी. आनंद ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रखंड बगहा 2 नाजीर राज किशोर राव ने किया। गंगा मैया की जय, नारायणी गंडकी माता को जय, आदि नारे समवेत स्वर में गूंजते रहे। संगम पट पर विधिवत रुप से गंडकी नदी की पूजा अर्चना की गई । उपास्थित अतिथियों ने देश की शांति और समृद्धि के लिए संयुक्त रूप से हवन किया। अंत में डी.आनंद ने कहा कि 4 नवंबर का दिन काफी महत्वपूर्ण है। आज कार्तिक एकादशी, तुलसी विवाह एवं देव उठनी पर्व भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां तीन नदियों का संगम है। नदियां जीवनदायिनी है। जल ही जीवन है।