आदिवासी समुदाय का प्रसिद्ध दसईं करमा पर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के गृह ग्राम बरपटिया में कर्मा प्रतियोगिता आयोजित किया गया 

प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आदिवासी समुदाय का प्रसिद्ध दसईं करमा पर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के गृह ग्राम बरपटिया में कर्मा प्रतियोगिता आयोजित कर काफी धूमधाम से मनाया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी शिवभजन सिंह मराबी सपरिवार ग्रामवासियों के साथ मिलकर कर्म देवती एवं कुल देवी देवताओं का विधिवत पूजा-अर्चना कर परिवार सहित क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। जिसके पश्चात आदिवासी संस्कृति को संरक्षित रखने जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष शिवभजन सिंह मराबी ने सैकड़ों की संख्या में उपस्थित कर्मा नृतक महिला-पुरुषों के साथ मिलकर जमकर नाचे और मांदर भी बजाया और इस त्यौहार को यादगार बनाया।
प्रतापपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत बरपटिया में जिला पंचायत अध्यक्ष के निवास में कर्मा प्रतियोगिता आयोजित किया गया जहां बड़ी संख्या में नर्तक दलों और ग्रामीणों ने भाग लिया, दसई करमा महोत्सव में शामिल होकर शिवभजन मराबी ने प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया।

पारंपरिक रीति रिवाज से मनाते हैं दसईं का त्यौहार

सरगुजा अंचल में जनजातीय समुदाय के लोग तरह-तरह के जनजातीय त्यौहार अपने पारंपरिक रीति रिवाज से मनाते हैं। इनके त्यौहारों में डार गाड़ने का रिवाज बहुत पहले से चलता आ रहा है। इनके बहुत सारे त्यौहार हैं जिनमें डार गाढ़ कर उसका पूजा करते है और रात रात भर करमा खेलते हैं उन्हीं में से एक है दसई करम त्योहार। यह त्यौहार अश्विनी मास के शुक्ल पक्ष में विजयदशमी के समय मनाया जाता है।


मांदर की थाप पर रात भर झूमते रहे कर्मा प्रेमी

जिला पंचायत अध्यक्ष राज कुमारी शिव भजन मरावी के गिरी निवास में दसई कर्मा का आयोजन किया गया था जिसमें क्षेत्र के रमकोला, घुई, बरपटिया, गोविंदपुर, हरिहरपुर, परमेश्वरपुर, मटिगढ़ा, धूमाडांड़, नरोला, रामपुर, पोड़ी सहित दर्जनों गांव के सैकड़ों महिला पुरूष मांदर की थाप पर पूरी रात झूमते रहे।


दसई पूजा एकता का प्रतीक, मिलती है एक सुखद अनुभूति: शिवभजन मराबी

जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवभजन सिंह मरावी ने बताया कि दसई पूजा एकता का प्रतीक है जहां सभी समाज के लोग प्रकृति के आराध्य देव मानकर पूजा करते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वजों द्वारा बताया गया है कि कोई भी नवीन कार्य करने से पहले कुल देवी देवताओं की सुमिरन कर कार्य की शुरुआत करने से मनचाहा फल मिलता है। घर में उपवास रहकर ग्राम के सभी देवी देवताओं का पूजा कर आह्वान कर सुख समृद्धि की कामना की जाती है और संस्कृति को संरक्षित एवं परंपरा को बरकरार रखने पिछले कई वर्षों से यह त्यौहार हर्षोल्लास से मनाते आ रहे हैं जिसमें आसपास क्षेत्र के सैकड़ों महिला पुरुष एकत्र होकर मांदर की थाप पर पूरी रात झूमते हैं जिससे एक सुखद अनुभूति मिलती है।


जिपं अध्यक्ष का क्षेत्र में सराहनीय पहल

बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी शिव भजन सिंह मरावी लंबे समय से दसई करम देवती का उत्सव मनाते आ रहे हैं। आदिवासियों की यह परंपरा जिसको बरकरार रखने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष का क्षेत्र में सराहनीय पहल है। प्रायः देखा जाए तो आदिवासियों की संस्कृति एवं पर्व में अब पहले से काफी कमी नजर आ रही है जो आने वाले समय में आदिवासियों के लिए विचारणीय है।

करमा प्रतिभागी नगद राशि से हुए सम्मानित

जिला पंचायत अध्यक्ष के गृह निवास बरपटिया में दसई कर्मा प्रतियोगिता का आयोजन अमर स्तम्भ अखबार के प्रबंध संपादक चंद्रिका कुशवाहा के मुख्य आतिथ्य में किया गया था जिसमें परमेश्वरपुर प्रथम,नरोला द्वितीय व धूमाडांड़ को तृतीय एवं अन्य प्रतिभागियों को नगद सांत्वना पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जानसाय मराबी, मटिगड़ा सरपंच सुखलाल( झिरगा नेता), मोती यादव, हरि कुशवाहा, राजकुमार यादव, लालू खान, विजय कुशवाहा, घूरन बैगा, मंगल सिंह, रामचंद्र मराबी,अजित सिंह,जय सिंह, धनसाय मराबी,रामनाथ सिंह,मानसाय मराबी,हीरालाल मराबी,अमृत आयाम, सुखदेव मराबी,जीत सिंह, दया सिंह सहित क्षेत्र के विभिन्न आदिवासी समुदाय के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।