ये कैसा पंचायत सचिव, जिसपर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप

सीडीओ साहबः सचिव ने प्रधान को बिना बताएं निकाले 12050 रुपए

- प्रधान ने सचिव के खिलाफ सीडीओ को दिया शिकायती पत्र

- रसेमर में भी प्रधान के डोंगल से सचिव ने निकाल लिये थे 2500 रुपए

पंकज शाक्य

कुरावली/मैनपुर-जनपद मैनपुरी में ग्राम विकास अधिकारियों का भ्रष्टाचार थमने का नाम नही ले रहा है। लगातार सचिवों का भ्रष्टाचार बढ़ता ही जा रहा है। एक सप्ताह के अंदर भ्रष्टाचार के आरोप में 3 सचिव सस्पेंड हो चुके है चौथे सचिव पर तलवार लटकी हुई है। दो दिन पूर्व रसेमर प्रधान ने मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार को प्रार्थना पत्र देकर पंचायत में तैनात सचिव कौशलेंद्र सिंह के द्वारा सरकारी डोंगल से ग्राम प्रधान को बिना बताये धनराशि निकालकर हजम कर लेने के समंध में प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की थी। वहीं उसी सचिव ने क्षेत्र की एक ओर ग्राम पंचायत में हजारों रुपयों की धनराशि निकालकर हजम कर डाली जिसकी शिकायत ग्राम प्रधान ने सीडीओ से की है।

क्षेत्र की ग्राम पंचायत मिढ़ावली कलां के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बीरेंद्र सिंह ने मुख्यालय पहुंचकर ग्राम पंचायत सचिव कौशलेंद्र सिंह पर सरकारी धनराशि निकालने का आरोप लगाया है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बीरेंद्र सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार को प्रार्थना पत्र देते हुये बताया है कि मेरी ग्राम पंचायत में तैनात सचिव कौशलेंद्र सिंह ने मेरे बिना बताये पंचायत के खाते से स्टेशनरी व डिवाइस के नाम पर दो बार मे 12050 रुपये निकालकर हजम कर लिये है। जबकि वो स्टेशनरी व डिवाइस की कीमत बाजार में पता की तो उसकी कीमत सिर्फ 1800 से 2000 की ही निकली। पंचायत सचिव कौशलेंद्र सिंह से इस बारे में जानकारी करनी चाही तो वो टालमटोल करता रहा लेकिन कोई सटीक जानकारी नही दे सका। ग्राम प्रधान ने अपना डोंगल मांगा तो सचिव ने डोंगल देने से भी इंकाकर कर दिया। कौशलेंद्र सचिव की क्षेत्र की एक दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों में तैनाती है। ग्राम प्रधान ने सचिव के द्वारा किया गया भ्रष्टाचार की कार्यवाही करने की मांग की है।

सचिव को क्यों दी गयीं एक दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतें

कुछ माह पूर्व प्रशासन के द्वारा पंचायत सचिवों के ट्रांसफर किये गये थे। जिसमें ब्लाक के एक दर्जन से अधिक ग्राम पंचायत सचिवों के ट्रांसफर हो गये थे। सिर्फ सचिव कौशलेंद्र सिंह का ट्रांसफर नही किया गया था। उसके बाद जब प्रशासन के द्वारा नये सचिवों को पंचायते दी गयीं तो कौशलेंद्र सिंह को एक दर्जन से अधिक पंचायतों में तैनात कर दिया।

क्या बोले बीडीओ कुरावली

सचिव द्वारा प्रधान का डोंगल ले जाकर पेमेंट निकाल लिया गया इस मामले की जानकारी नही है। बैसे यह संभव नही है। फिर भी जांच कराई जाएगी, जांच में जो भी तथ्य सामने आयेगें उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।- राजकुमार, बीडीओ कुरावली।

क्या बोले डीपीआरओ मैनपुरी

जब इस सबंध में डीपीआरओ मैनपुरी से बात की तो उन्होंने बताया मामला संज्ञान में नही है अगर सचिव के द्वारा धनराशि निकाली गयी है तो दोनों की सहमति से निकाली गयी होगी। प्रधान के आरोपों की जांच कराई जायेगी।- अविनाश चंद्र, डीपीआरओ मैनपुरी।