कुरुद सिन्धी समाज द्वारा हर्सोल्लास से मनाया गया तिजड़ी पर्व

सवांददाता दिलीप जादवानी कुरुद। रविवार के दिन समाज की माता बहनों द्वारा गुरुद्वारे में मंगल गीत गाते हुए तिजड़ी माता को झूला झुलाया गया। रात्रि में करवा चौथ की तरह चंद्रमा उदय पर अघ्र्य देकर पति के हाथों से पानी ग्रहण कर व्रत समाप्त किया। नगर के सिंधी महिलाओं द्वारा सिंधी समाज के गुरुद्वारे में तिजड़ी माता का पूजन व कथा श्रवण के लिए नगर में निवासरत माता बहनें बड़ी संख्या में उपस्थित हुई। रविवार को श्रावण मास शुक्ल पक्ष की तृतीया रविवार को सिंधी समाज द्वारा तिजड़ी पर्व हरियाली तीज करवा चौथ के रूप में मनाया गया। यह जानकारी देते हुये सिंधी समाज के जिया जादवानी ने बताया कि सिंधी समाज द्वारा हरियाली तीज तिजड़ी पर्व को महोत्सव के रूप में मनाया जाता हैं।इस वर्ष यह पर्व टीजड़ी 18 अगस्त रविवार को पड़ रहा है।इस पर्व में प्रातः काल सुहागिन महिलाओं द्वारा जल्दी उठकर मिठाई और फल खाकर (असुर कर) व्रत आरंभ किया जाता है। हाथों में मेहंदी रचाकर पति की लंबी उम्र और सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखते है तो वही कुंवारी कन्याओं द्वारा अच्छे घर वर की कामना के साथ यह व्रत रखा जाता है। सिंधी समाज के इस पावन पर्व व्रत कथा सुनने सिंधी समाज की भारती सुंदरानी,बबली बजाज,भावीका सुखरामनी,सुशीला आसरानी,पूजा आसरानी, सीमा रामानी, वैशाली रामानी,पूर्वी सुखरामनी,गोदावरी चैनवानी,सिमरन चैनवॉनी,मधु शादीजा ,नेहा शादीजा,जिया जादवानी,सोनल जादवानी,और सिंधी समाज की महिलाओं द्वारा कथा सुनकर हर्षोउल्लास के साथ इस पर्व को मनाया गया।