विधायक मुकेश रावत- महेन्द्र रावत संभालेंगे भारत जोड़ों यात्रा की ज़िले से कमान....

भारत जोड़ो यात्रा के समन्वयक दो रावत...

विधायक मुकेश रावत- महेन्द्र रावत संभालेंगे यात्रा की ज़िले से कमान....

भारत जोड़ो यात्रा के समन्वयक बने मुकेश पटेल,सह-समन्वयक की ज़िम्मेदारी महेंद्र रावत को....16 दिनों तक राहुल गांधी रहेंगे मध्यप्रदेश में...मिशन 2024 पर निकले राहुल गांधी;कन्याकुमारी में शुरू की 'भारत जोड़ो' यात्रा...

अलीराजपुर ब्यूरो

संजय वाणी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार सुबह कई वरिष्ठ नेताओं के साथ कन्याकुमारी से 'भारत जोड़ो' यात्रा की विधिवत शुरुआत कर दी है। जिसके आलीराजपुर में समन्वयक विधायक मुकेश पटेल तो वहीं सह समन्वयक जोबट क्षेत्र के आंबुआ निवासी महेन्द्र रावत को बनाया गया। दोनों ही युवा है और पार्टी संगठन के लिए ऊर्जा से भरपूर होकर लगातार इस यात्रा को लेकर क्षैत्र में संपर्क कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस

पार्टी इस यात्रा को व्यापक जनसंपर्क अभियान बता रही है, तथा इससे संगठन को संजीवनी मिलने की उम्मीद कर रही है।

बता दें कि राहुल गांधी ने यात्रा की शुरुआत की है। पार्टी ने राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं को "भारत यात्री" नाम दिया है, जो कन्याकुमारी से पदयात्रा करते हुए कश्मीर तक जाएंगे। ये लोग कुल 3570 किलोमीटर को दूरी तय करेंगे।

आलीराजपुर ज़िले से दो युवाओं को मिली बड़ी ज़िम्मेदारी; एक विधायक तो दुसरे जोबट क्षेत्र में कांग्रेस के युवा चेहरे और लगातार सक्रिय...

बता दें कि कांग्रेस ने कन्याकुमारी से अपनी ?भारत जोड़ो? यात्रा की औपचारिक शुरुआत की थी और इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक लिखित संदेश के माध्यम से कहा था कि यह यात्रा भारतीय राजनीति के लिए परिवर्तनकारी क्षण है, तथा यह कांग्रेस के लिए संजीवनी का काम करेगी। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधा था, और आरोप लगाया था कि मौजूदा समय में तिरंगे पर हमला किया जा रहा है।

आगे बता दें कि

राहुल गांधी ?भारत जोड़ो यात्रा? शुरू करने से पहले श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर एक प्रार्थना सभा में शामिल हुए। यहीं पर तीन दशक पहले एक आत्मघाती हमला करके राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी। पिता के स्मारक पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था, जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने उन्हें राष्ट्र ध्वज सौंपा।