प्रधान ने कर दिया 8 बीघा ग्राम समाज की जमीन का पट्टा अपनी पत्नी, बहू और बेटों के नाम

अमेठी: पद पाने के बाद जब थोड़ा अधिकार मिला तो लेखपाल और पंचायत सचिव से तालमेल हुआ। तालमेल हुआ तो शुरू हो गया खेल। तुम भी कमाओ हम भी कमाएं की तर्ज पर प्रधान जी खेल करना शुरू कर दिया। खेल में प्रधान जी इतने पारंगत हुए कि ग्राम समाज की 8 बीघा जमीन भूमिहीनों को पट्टा न कर भूमिधरों को पट्टा कर दिया। वो भूमिधर और कोई नहीं, प्रधान जी की बहू, बेटे और रिश्तेदार रहे जिन्हे प्रधान जी बांटते हुए 8 बीघे के रकबे को ही हजम कर गए। ये कारनामा तत्कालीन लेखपाल व राजस्व टीम की मिली भगत से कर दिखाया वर्ष 1997?98 में अमेठी के तिलोई तहसील की ग्राम पंचायत अगौना के प्रधान रहे जग प्रसाद तिवारी ने।*

*मामले की शिकायत अगौना ग्राम पंचायत के लोगों ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर जांच करवा कर आवंटन निरस्त किए जाने की मांग की है।

शिकायती पत्र में ग्रामीणों ने लिखा है कि प्रधान ने गाटा संख्या 1869/0.111 व 1884/ 0.143 अपने बेटे विजय शंकर पुत्र जग प्रसाद, गाटा संख्या 1884मि0/0.253 शांति पत्नी गिरजा शंकर, गाटा संख्या 1388/0.193, नीलम पत्नी विजय शंकर के नाम 1511/0.089 व रूपा तिवारी पत्नी राम शंकर के नाम गाटा संख्या 1822/0.158, 1810/0.210 हेक्टेयर जमीन कृषि कार्य के लिए आवंटित कर दिया। ये तीनों प्रधान की सगी बहुएं हैं। खेल आगे जारी रखते हुए प्रधान ने अपनी पत्नी प्रभा देवी के नाम गाटा संख्या 1388/0.063 1399/0.180 हेक्टेयर और उसके बाद अपने बेटे गिरिजा शंकर को गाटा संख्या 1388 मि/0.253 हेक्टेयर जमीन आवंटित कर दिया। इस मामले में तत्कालीन लेखपाल की अच्छी सहभागिता भी रही।

ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से 18.04.2022 को हस्ताक्षर