फ्री रिचार्ज के चक्कर में आपका एकाउंट हो सकता है खाली, 3000 करोड़ के साइबर ठगी का खुलासा, एक गिरफ्तार

देश का अब तक का सबसे बड़ा साइबर क्राइम का मामला सामने आया है. साइबर ठगों ने 3000 करोड़ से अधिक का लोगों को चूना लगाया है. इस मामले में एक ठग को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस की गिरफ्त में खड़ा सायबर ठग मंजारुल इस्लाम है, जो सायबर ठगी के गैंग में शामिल है. इसके गैंग में एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों लोग शामिल हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. दरअसल, जब देश में लोग कोरोना की मार झेल रहे थे, लोगों की नौकरियां चली गई थी और लोग बेरोजगार थे. तब साइबर ठगों ने इसी बात का फायदा उठाते हुए अमेजन, फ्लिपकार्ट और ई-वॉयलेट के नाम पर लोगों को घर बैठे रोजगार देने का काम किया. लोग इनके झांसे में आते गए और अपने एकाउंट की सारी डिटेल भी बड़ी आसानी से देते गए. नतीजा आज सबके सामने है. अब हजारों लोग इस गैंग की ठगी का शिकार हुए हैं.

कैसे सामने आया मामला?
बरेली सायबर थाने के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि बहेड़ी निवासी एक शिक्षिका ने अक्टूबर 2021 में एफआईआर दर्ज करवाई थी. जिसमें उसने बताया था कि उसके खाते से दो लाख रुपये से अधिक सायबर ठगों ने उड़ा दिए हैं. पुलिस ने उसकी बात छानबीन शुरू कि तो सायबर ठगी के तार चीन से जुड़े मिले. पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले एक आरोपी को गिरफ्तार किया. जिसके एकाउंट में एक महीने में 201 करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ था. उसके एकाउंट की डिटेल ली गई तो करीब 2000 से अधिक पेज की डिटेल निकली है. वो आरोपी महारष्ट्र की जेल में बन्द है. पुलिस ने जब महिला द्वारा दी गई एकाउंट की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि इसमें मंजारुल इस्लाम शामिल है. जिसके बाद इसे 28 अप्रैल को गुड़गांव से गिरफ्तार किया गया.

कैसे बनाते थे लोगों को शिकार
जानकारी के अनुसार ये लोगों के मोबाइल पर फ्री रिचार्ज का मैसेज भेजते हैं, फिर उसमें एकाउंट डिटेल मांगते है और उन्हें रोजगार देते हैं. शुरुआत के एक दो रिचार्ज में लोगों को फायदा होता है और वो लोग दूसरों को मैसेज भेजते हैं. इसी तरह लाखों लोग इस गैंग के शिकार हो जाते है. फिर धीरे-धीरे लोगो की जिंदगी भर की जमा पूंजी उनके बैंक खातों से गायब हो जाती है. सायबर थाने के इंस्पेक्टर अनिल कुमार के मुताबिक मंजारुल इस्लाम के खाते में 24 घंटे में 15 करोड़ का लेनदेन हुआ है. इसके एकाउंट की डिटेल निकलवाई गई तो 700 पेज की डिटेल निकली है. मंजारुल इस्लाम का एकाउंट आईसीआईसीआई बैंक में है. ये लोग ज्यादातर बिजनेश एकाउंट को इस्तेमाल करते है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है.

अपील
फिलहाल पुलिस को इन लोगों तक पहुचने में लंबा वक्त लग सकता है क्योंकि हर एक एकाउंट की डिटेल निकलवाना और फिर पता करना वो शख्स कहां रहता है. लेकिन इसमें एक बहुत बड़ा चीन का गैंग शामिल है. भारत में लोगों को आर्थिक अपराध में झोंकने का काम कर रहा है और देशवासियों को हजारों करोड़ की चपत लगा रहा है. Citiupdateन्यूज की सभी देशवासियों से ये अपील है कि किसी को भी अपने बैंक खातों की जानकारी, आधार नंबर और पेन नंबर न दें. किसी भी तरह के लोकलुभावन मैसेज के लिंक को न खोले क्योंकि आपका छोटा सा लालच आपको कंगाल बना सकता है.