153 विधानसभा क्षेत्र मिश्रित में चौथे चरण का शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ चुनाव।

मिश्रित सीतापुर /153 विधानसभा क्षेत्र मिश्रित में चौथे चरण के दौरान आज हुए मतदान में सायंकाल छः बजे तक लगभग 60% मतदान होने के समाचार प्राप्त हुए हैं पूछने पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं तहसील के उप जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि इस तहसील क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न होने के समाचार प्राप्त हुए हैं प्रत्याशी समर्थकों के मध्य कुछ स्थानों पर तू तू मैं मैं जरूर हुआ है लेकिन विशेष घटना प्रकाश में नहीं आई है इसके अलावा क्षेत्राधिकारी पुलिस मिश्रित सुशील कुमार यादव ने बताया कि क्षेत्र में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ है कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं हुई है इस तरह से इस विधानसभा क्षेत्र के तीन लाख छप्पन हजार दो सौ छियालिस मतदाताओं में से लगभग 60% मतदाताओं ने मतदान करके प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है। कौन जीता कौन हारा इस बात का खुलासा आगामी दस मार्च को होने वाली मतगणना के साथ ही स्पष्ट होगा ।इस विधान सभा निर्वाचन में अहम बात तो यह प्रकाश में आई है कि अभी हाल ही में निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार नवीन मतदाता सूची का पुनरीक्षण और प्रकाशन का कार्य संपन्न कराया गया था जिसमें मजेदार बात तो आज मतदान के दिन मतदान केंद्रों पर यह उजागर हुई है कि बीते समय में संपन्न हुए चुनाव के दौरान जो लोग अपने मताधिकार का प्रयोग निरंतर करते चले आ रहे थे उनके पास तमाम आईडी आज भी मौजूद है लेकिन उनका नाम अबकी बार विधानसभा चुनाव की सूची से पूरी तरह नदारद था जिसको लेकर मतदाता सूची के पुनरीक्षण और प्रकाशन कार्य में लगे बीएलओ पूरी तरह से जिम्मेदार हैं निर्वाचन आयोग और जिला प्रशासन को इस दिशा में कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है कि लोगों के पास पहचान पत्र, आधार कार्ड ,जॉब कार्ड ,श्रमिक कार्ड ,आयुष्मान कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक पासबुक ,जैसी तमाम आइडियां मौजूद होने के बावजूद भी सूची से नाम नदारद होने के कारण वे अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके हैं यह हाल यहां विधानसभा क्षेत्र के लगभग सभी बूथों का बताया जा रहा है जिसकी जिम्मेदारी लेगा कौन ? क्या जिला प्रशासन और निर्वाचन आयोग मामले की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध करेगा कठोर दंडात्मक कार्यवाही आखिर सब कुछ मौजूद होने के बावजूद सूची से नाम गायब होने का कैसे हुआ खेला? जिसकी वजह से आज लोकतंत्र के महापर्व पर लोगों को झेलना पड़ा झमेला।