सीतापुर सदर सीट से भाजपा प्रत्याशी गुरु पर निर्दलीय प्रत्याशी साकेत मिश्रा दिख रहे हैं भारी।

सीतापुर/ भाजपा का झंडा उठाकर जनता के दुख दर्द में तन मन धन से सहयोग करने वाले जनप्रिय नेता साकेत मिश्रा को आखिरकार क्यों भाजपा नेतृत्व ने कर दिया नजरन्दाज पता नहीं कहां से गुरु �को ढूंढ कर थमा दिया विधानसभा चुनाव लड़ने का पार्टी टिकट जिससे वर्षों से जनसेवा को अपना सम्बल बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना संजोए साकेत मिश्रा की भावनाओं पर कुठाराघात हो गया वहीं इनके समर्थकों सहित सीतापुर सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता भी हो गई निराश लोगों में तो अब इस बात की चर्चा होने लगी है कि कर्मठता को दरकिनार करके बगैर पहचान वाली अकर्मठता को ऊपर उठाने से भाजपा और अन्य दलों की नीतियों में क्या रह गया है अंतर इस प्रश्न का उत्तर सीतापुर सदर विधानसभा क्षेत्र के निवासी जहां ढूंढ नहीं पा रहे हैं वही जन भावनाओं का आदर करते हुए श्री मिश्र ने सीतापुर की सदर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल करके भाजपा प्रत्याशी के लिए विधानसभा की राह कठिन कर दी है परिणाम तो नतीजा आने के बाद ही स्पष्ट होगा लेकिन फिलवक्त भाजपा नेतृत्व द्वारा कर्मठ नेता साकेत मिश्रा की की गई उपेक्षा लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है।