तेंदुए का आतंक जारी,एक हफ्ते में चार मासूमों को तेंदुए ने बनाया निवाला -

- डीएफओ ने मृतक मासूम बालिका कि मां को सौंपा पांच हजार रुपये -

- डीएफओ के साथ जयमाला चंपाकली व ट्रेकुलाइजर टीम तेंदुए को पकड़ने में जुटी -

बहराइच - मिहींपुरवा कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के मोतीपुर वन रेंज अंतर्गत जंगल के समीपवर्ती दर्जनों गांवो में इस समय तेंदुओ का आतंक व्याप्त है। एक हफ्ते के अंदर तेंदुए ने 4 मासूमों को निवाला बना लिया है। वहीं वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए पिजड़े लगाकर तेंदुए को काबू करने में जुटी है। सफलता न मिलने पर वन विभाग ने कतर्नियाघाट मे हंथिनी जयमाला व चंपाकली तथा ट्रेकुलाइजर टीम को भी लगा रखा है। शनिवार शाम 6 बजे नौसर गुमटिहा के मजरा बेहनन पुरवा में इलियास के 10 वर्षीय पुत्र सोहेल को घर के आंगन से तेंदुआ उठाया और निवाला बनाया। ग्रामीणों ने शोर मचाया तब तेंदुआ जंगल की ओर चला गया। शनिवार को डीएफओ आकाशदीप बधावन वन विभाग की टीम के साथ नौसर गुमटिहा के खटिकन पुरवा गांव में पहुंचे उन्होंने मृतक बालिका की मां को पांच हजार रुपये की तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई तथा कैमरे लगवाए और पिंजरा लगवाया। डीएफओ तेंदुआ को पकड़वाने के लिए वन विभाग की टीम के साथ मौके पर जुटे हुए हैं। लेकिन तेंदुआ पिंजरे में नहीं पहुंच रहा है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि वन विभाग तेंदुए को पिंजरे में करने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। ट्रेकुलाइजर टीम तथा हाथी जयमाला और चंपाकली लगाई गई है। वन विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही है तथा ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
मोतीपुर के गायघाट में मैगलपुरवा गोकुलपुर भिनगापुरवा आदि गांव में भी ग्रामीणों ने शनिवार रात में तेंदुए को देखा पूरे क्षेत्र में तेंदुए का खौफ इस कदर चढ़ा हुआ है कि लोग अपने घरों से निकलने में डर महसूस कर रहे हैं।