पटना क्षेत्र मे अवैध कोयला का कारोबार हुआ शुरु, तीन विभागों मे नहीं ली अवैध कोयला रोकनें की जहमत

बैकुण्ठपुर। जिला मुख्यालय से लगे कोल क्षेत्र पटना के आसपास कोल माफियाओं का आतंक प्ररम्भ हो गया है। पटना क्षेत्र के राजनिति संरक्षण प्राप्त कोल माफिया कोयले के धंधे मे नाबालिक सहित मजदुर तबके के लोगों के जान के दुशमन बने हुए है। इन कोल माफिया के द्वारा अंगा, पटा, मुरमा, पण्डोपारा, कटोरा साईडींग से कोयला अवैध तरीके से खनन व चोरी करा कर आसपास के ईट भट्टों में बेच रहे हैं। इनमें अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र के मजदूर काम करते हैं मजदूर जान जोखिम में डालकर अवैध कोयला चोरी करने में जुटे हुए हैं। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी ठंड के मौसम में कोयला चोर रात के समय में अवैध कोयला पण्डोपारा से आने वाली वाहनों से उतारकर व पहाड़ों से अवैध सुरंग बनाकर कोयला पिकअप वाहन में लाद कर पटना थाना के सामने से आना-जाना कर रहे हैं। कोयला माफिया के द्वारा प्रति रात्रि लगभग 20 से 30 पिकअप कोयला अवैध कोयला ईट भट्ठा में पाया जा रहा है, वही एक ओर खनिज विभाग जो अवैध रेत पर कार्यवाही करती है और वाहवाही लूटी है वह इस ओर ध्यान नहीं दे रही है साथ ही पुलिस विभाग जो प्रतिवर्ष कोयला के अवैध कारोबार पर विराम लगाने में सफल रही लेकिन इस वर्ष कोल माफियाओं का दबाव इतना ज्यादा रहा कि कोल माफिया पुलिस को भी अपने गिरोह में शामिल कर लिए हैं,इसी खेल क्षेत्र वह पहाड़ से निकलने वाली कोयले की ओर एसईसीएल भी बेपरवाह है क्योंकि कटोरा साइडिंग से ही कोयला चोरी किया जाता है जो विगत कई वर्षों से कोयले का अवैध कारोबार कर रहे कोल माफिया कर रहे है उन्हें भी अपने समूह में शामिल कर लेते हैं। पटना क्षेत्र में कोल माफियाओं का दो समूह काम कर रहा है यह दोनों समूह कई वर्षों से अवैध कोयले का कारोबार कर रहा है पहले यह एक हुआ करता था किंतु जब से कांग्रेस की सरकार आई तब से अब एक गिरोह को इसका संरक्षण मिला और वह अपने स्वयं का ग्रुप बनाकर पूरे क्षेत्र में राजनीतिक पहुंच बता कर भोली-भाली जनता पुलिस विभाग खनिज विभाग वह एसईसीएल विभाग को गुमराह करते हुए अवैध कोयले का कारोबार जमकर कर रहे हैं इन पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही है बरहाल इसकी जानकारी समझ विभागों विभागों को दे दी गई है अब देखना यह है कि विभाग के द्वारा कब तक कार्यवाही की जाती है।