नपा बैकुण्ठपुर मे अध्यक्ष बननें तीन गुटों मे बंटे पार्षद, शहर की पसंद अन्नपूर्णा सिंह

चरचा से लालमुनि यादव होंगी अध्यक्ष तय

बैकुण्ठपुर। नगर पालिका चुनाव 23 दिसम्बर को सम्मान हुआ, जिसके बाद से भाजपा और कांग्रेस के द्वारा नवनिर्वाचित पार्षदों को कांग्रेस के समर्थित पार्षदों को आनन-फानन मे मुख्यमंत्री से मिलवानें के नाम पर रायपुर ले जाया गया जिसके बाद से क ई पार्षदों के मोबाईल नम्बर बंद आ रहे है, जिसको लेकर बैकुण्ठपुर व शिवपुर चरचा मे सभी कांग्रेस के पार्षदों को रुपये पैसे, बडे पद व अन्य प्रकार का लालच देनें के सांथ ही सभी को एक मत करनें अज्ञात जगह ले जाया गया है यह चर्चा शहर मे आम हो गई है। वहीं सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैकुण्ठपुर नपा के अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस के पार्षदों मे तीन गुट हो चुका है जो वरिष्ट नेताओं के सांथ स्थानिय जनप्रतिनिधि व पदाधिकारियों के लिए मुशिबत बनता जा रहा है। इस मामले मे शिवपुर चरचा मे अध्यक्ष पद की दावेदार केवल लालमुनि यादव ही है जिसका समर्थन पार्षदों के द्वारा किया भी जा चूका है, लेकिन भाजपा के लोग भी चरचा नपा अध्यक्ष बननें के लिए जोड़ तोड़ की रणनिति बनाना प्रारम्भ कर चुके थे इसलिए वहां के नवनिर्वाचित पार्षदों को भी रायपुर के नाम पर अज्ञात जगह पर रखा गया है, ताकि कांग्रजस के पार्षदों के द्वारा क्रास वोटींग कर भाजपा का अध्यक्ष मनोंनित न कर दें। इस कारण बैकुण्ठपुर नपा मे अध्यक्ष पद को लेकर घमासान मचा हूआ है, सुत्रों की मानें तो बैकुण्ठपुर नपा मे अध्यक्ष बननें तीन गुट हावी है, एक गुट तो बिते दिनों कांग्रेस जिला अध्यक्ष के घर व दुकान का घेराव कर पांच बार पार्षद बनें है उन्हे अध्यक्ष बनानें की मांग करनें लगे मामला बढते देख जिला अध्यक्ष नजीर अजहर ने लोगों को बताया की मै आपकी बातों से सहमत हूं लेकिन आपलोगों को विश्वास दिलाता हूं की संगठन मे वरिष्ट पदाधिकारियों के सामनें आपकी मांग को रखेंगे और ऐसा भी चाहेंगे की आपके पक्ष मे पदाधिकारी निर्णय लें। वहीं स्थानिय विधायक व संसदीय सचिव अम्बिकासिंह देव ने अन्नपुर्णा सिंह को नपा अध्यक्ष बैकुण्ठपुर बनानें की कवायद कर रहीं हैं, और यह सही भी है। विधायक श्रीमती सिंह देव की मांग का समर्थन बैकुण्ठपुर शहरवाशी भी कर रहे है, वहीं शहर के क ई लोगों का कहना है की अन्नपूर्णा सिंह सभी मामलों मे जानकार सहित योग्यता मे भी कमी नहीं रखती है, अन्नपूर्णा सिंह ने अध्यक्ष बननें से शहर के विकाश मे किसी प्रकार की बाधा उत्तपंन नहीं होगी इसका कारण शहरवाशियों ने बताया की बैकुण्ठपुर नपा अध्यक्ष जब भी कोई बना है वह केवल अपनें घरवालों, परिवारवालों व अपनें रिश्तेदारों का विकाश किए है न कि शहर का आप स्वंय देख सकते है की किस प्रकार से शहर का विकाश हुआ है, नपा से केवल और केवल खुद का ही विकाश हुआ, अन्नपूर्णा सिंह के आनें से परिवारवाद जड़ से खत्म हो जाऐगा, इसका कारण है की अन्नपूर्णा सिंह के घर सहित परिवार मे कोई ठेकेदार नहीं है, कोई दुकानदार नहीं है व कोई फर्जी फर्म भी नहीं है जिसके आड मे श्रीमती सिंह अपना घर भर सके बाकियों की तरह, सिर्फ यही कारण होगा की भ्रष्टाचार मुक्त व विकाश कार्य के रुप मे जिला का नपा बैकुण्ठपुर जाना जाऐगा। आपको बता दें की जिस प्रकार पिछले कार्यकाल मे केवल घोषड़ाऐं हुई थी काम का अतापता भी नहीं है, चरचा नपा क्षेत्र मे जा कर देखा जाए की चौपाटी का पता नहीं चल रहा है की कहां बनी थी चौपाटी और चौपाटी को कौन खा गया। इसलिहाजे से शहर बैकुण्ठपुर के लोग अन्नपूर्णा सिंह को नपा अध्यक्ष बननें का समर्थन खुले तौर पर कर रहे है। इस समर्थन मे विधायक ने भी अपनी सहमती जताई है की बैकुण्ठपुर नपा के लिए अन्नपुर्णा सिंह से अच्छा अध्यक्ष और कोई नहीं हो सकता है। शहरवाशियों नें जो भरोसा कांग्रेस पर जताया है उनकी उम्मीदों को हम पुरा करेंगे और शहरवाशियों को किसी प्रकार से निराशा हांथ नहीं लगेगी। क्योंकि तीसरे गुट मे पुर्व नपा अध्यक्ष अशोक जायसवाल की पत्नी का नाम भी सामनें है लेकिन कुछ पार्षदों ने बताया है की पिछली बार के चुनाव मे हमनें काफी मेहनत कर अध्यक्ष बनानें मे की थी, किन्तु अध्यक्ष बनते ही श्री जायसवाल ने कार्यकर्ताओं को पिछे छोड कर परिवारवाद मे कुद पडे और नपा के समस्त कार्य अपनें परिवार व जान पहचान वालों को देनें लगे उस समय से लेकर हम पुरे पांच साल अपनें मेहनत को कोसते रहे, यही कारण है की अशोक जायसवाल से पत्नी को अध्यक्ष बनानें मे पार्षदों की हामी नहीं मिल रही है, ऐसे परिश्थिति मे विधायक श्रीमती सिंहदेव की पसंद अन्नपूर्णा सिंह को नपा अध्यक्ष बनानें की सहमती बनाई जा रही है, इस सहमती मे शहर के लोगों के सांथ संसदीय सचिव व विधायक श्रीमती सिंह देव भी समर्थन कर रहीं है। शहरवाशियों ने भी एक स्वर मे कहा यदि शहर का विकाश चहिए तो अन्नपूर्णा सिंह को नपा बैकुण्ठपुर का अध्यक्ष बनाया जाऐ, जिससे शहर के विकाश मे किसी प्रकार की बाधा न आऐ।