यूपी में सियासत की नई दिशा, मोदी के झुकने की 3 बड़ी वजह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवम्बर 2021 यानी कल शुक्रवार के दिन अपने प्रशंसकों को चौकाते हुए एक बड़ा फैसला लिया, उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिए है। इस फैसले के पीछे बड़ी वजह केन्द्र में यूपी ही है। क्योंकि यूपी में चुनाव होने वाले है।

आपको बताते चलें कि नरेंद्र मोदी ने यह फैसला तब लिया, जब वह यूपी के बुंदेलखंड़ में थे। लेकिन उनका ये इतना बड़ा फैसला यूं ही नहीं आया। इसके पीछे यूपी से जुड़ी 3 बातें सामने आ रही है।

पहली वजह जिसने मोदी को तीनों कृषि कानून वापिस लेने और भाजपा को रणनीति बदलने पर मजबूर किया वो थी लखीमपुर खीरी में मंत्री के बेटे की जीप से कुचलने पर किसानों की मौत के बाद हिंसा भड़क उठना, जिससे चलते सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद होने लगी। किसानों की नाराजगी और बढ़ गई। इसने विपक्षी पार्टी के नेताओं को सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का काम किया और सरकार को डैमेज कंट्रोल शुरी करना पड़ा।

दूसरी वजह बनी विपष द्वारा सरकार पर मंत्री और उसके बेटे के खिलाफ जांच में ढ़ीलापन, देरी करना और दोषी के खिलाफ नर्म रवैया अपनाने का आरोप। जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि सब कुछ हम करेंगे तो आप क्या करेंगे। इसके साथ ही एसआईटी की जांच के लिए एक रिटायर्ड जज की नियुक्ति कर दी, इससे सरकार असहज हुई।

तीसरी वजह जिसको कृषि कानून बदलने की अहम वजह माना जा रहा है वो थी यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान नेता राकेश टिकैत का अपने समर्थकों के साथ तीनों कृषि कानूनों के हटाए जाने और सरकार के फैसले के खिलाफ चलाया गया आंदोलन, जिसने राकेश टिकैत के आसुंओं के साथ पूरे पक्ष्चिमी उत्तर प्रदेश पर गहरा असर डाला। जाट समुदाय के साथ हर वर्ग का किसान उनके साथ खड़ा हो गया। जिसने 2022 में यूपी के चुनाव के लिए भाजपा को सोचने पर मजबूर कर दिया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री अमित शाह और खुद प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी का दौरा कर यहां की नब्ज टटोली, जिसमें कहीं न कहीं जमीनी स्तर पर भाजपा कुछ कमजोर होती दिखाई पड़ी और अंत में जब लगातार नई और पुरानी योजनाओं के लोकार्पण करके भी माहौल बनाया जाने लगा, लेकिन जब बात इससे भी बनती नजर नहीं आई तो प्रधानमंत्री ने अपने बुंदेलखंड़ दौरे के दिन किसानों के हितों का हवाला देते हुए कृषि कानून को वापिस लेने की घोषणा कर दी।