पुलिस द्वारा चलाया जा रहा निजात अभियान अब रियल लाईफ से रील लाईफ मे हुआ परिवर्तित अभियान को लगा जंग

पटना थाना क्षेत्र मे बेधडक जुंआ फड संचालित

बैकुण्ठपुर। जिले के पुलिस कप्तान संतोष सिंह नें कोरिया जिले मे बतौर पुलिस अधिक्षक बन कर आऐं तब से ही पुलिस महकमा सहित अवैध कार्यों को बंद करानें के निर्देश दिये थे। अवैध कार्य तो एकबार फिर जिले मे पनप गया लेकिन पुलिस कप्तान के द्वारा कोरिया मे निजात अभियान चलाया जानें लगा, इस अभियान के तहत केवल ड्रग देनें वालों पर कार्यवाही की बात की गई थी। लेकिन जिले मे ड्रग मिफियाओं पर कार्यवाही कम और ड्रग के आदि युवाओं को अपराधी बनाकर पुलिस विभाग वाहवाही लुटनें मे लगी है। इस संबंध मे खबर भी प्रकाशित की गई थी कि कोतवाली के द्वारा ड्रग को लेकर युवाओं के उपर फर्जी कार्यवाही की गई थी, थिस पर पुलिस कप्तान को लिखित आवेदन दे कर शिकायत भी की गई। जिसके बाद देखनें व सुननें मे अबतक नहीं आया की पुलिस के द्वारा पहले की तरह प्रतिदिन ड्रग नारकोटीक के खिलाफ कार्यवाही हुई हो, इसी खबर से शहर सहित आसपास के क्षेत्र वाशियों को आभास हो गया की वास्तव मे पुलिस के द्वारा फर्जी कार्यवाही करते हुए युवाओं के भविष्य के सांथ खिलवाड किया गया है।

पुलिस अधिक्षक की बातें निकली खोखली

एकबार फिर जिले मे जब न ए पुलिस कप्तान आऐ थे और कहे थे की सभी अवैध कारोबारी अपना कारोबार बंद करदें या फिर कोरिया छोड दें लेकिन इन बातों की विपरित पुलिस कप्तान की बातें खोखली साबित हुई और जिले मे लगातार अवैध कार्य जमकर चलनें लगे, जैसे मनेन्द्रगढ़ थाना क्षेत्र मे प्रतिदिन जुंआ का फड़ संचालित हो रहा है इतना ही नहीं बैकुण्ठपुर मुख्यालय से महज 13 किलो मिटर पटना थाना क्षेत्र के रनई ईंट भट्टे मे जम कर जुंआं का खेल खेला जा रहा है, जबकि बिते दिनों पटना थाना क्षेत्र के रनई मे ही पटना पुलिस नें छापामार कार्यवाही करते हुए दर्जनों बावनपरियों के आशिकों को पकड कर कार्यवाही किया गया था, कार्यवाही के महज कुछ दिनों बाद एकबार फिर से रनई मे जुंआ फड का संचालन धडल्ले से प्रारम्भ है। इस पर शायद पुलिस की नजर नही जा रही है या फिर पुलिस जानबुचकर संरक्षण दे रही है। बजारों मे यह चर्चा आम हो गई है की पटना पुलिस के द्वारा रनई के जुंआं फड मे जो कार्यवाही की गई थी वह महज दिखावें के लिए थी, ताकि एकबार जुंआं फड पकडा जाऐ और दुबारा बेखौफ हो कर संचालित किया जा सके। यहां हो भी यही रहा है की बेखौफ जुंआ फड संचालित है लेकिन पुलिसिया कार्यवाही शुन्य है, सुत्रों की मानें तो पटना क्षेत्र मे ही अवैध कार्य जुंआ व कबाड़ धडल्ले से जारी है। पटना निवासियों का कहना भी है की पुलिस को सब कुछ मालुम होनें के बाद भी कार्यवाही नहीं होना समझ से परे है।