अपहरण के सभी आरोपी जेल भेजे गये

तखतपुर टेकचंद कारड़ा

नाबालिक बालक को अपहरण करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कृपाराम नगर निवासी प्रार्थी शशि कांत पांडे पिता दामोदर पांडे ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसका पुत्र हिमालय पांडे 26 अक्टूबर को ट्यूशन जाने के लिए घर से निकला था और जब दोपहर तक घर नहीं पहुंचा तो वह अपने बच्चे की खोजबीन कर रहे थे किसी भी शाम 4:00 बजे एक मोबाइल नंबर से अज्ञात व्यक्ति का फोन आया जिसने उसके पुत्र को अपने कब्जे में लेने की बात कही और उसके बदले में 1000000 रुपए देने पर पुत्र को छोड़ने आसान नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी साथ ही उसने यह भी चेतावनी दिया कि यदि पुलिस को खबर दी गई तो वह बच्चे को जान से मार देंगे रिपोर्ट पर पुलिस धारा 364 का के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच कर रही थी मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बिलासपुर रोहित झा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप और कोटा एसडीओपी आशीष अरोड़ा के साथ तखतपुर पहुंचे और टीम गठित कर मामले की जांच के निर्देश दिए टीम गठित होते हैं पुलिस सक्रियता के साथ मामले की छानबीन में जुट गई इसी बीच बालक की मां ने फोन करता की आवाज को पहचाना और पुलिस ने इसी के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया।अपहरण में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने हेतु टीम गठित कर जांच को आगे बढ़ाया। टीम में निरीक्षक कलीम खान ,निरीक्षक मोहन भारद्वाज ,उपनिरीक्षक मनोज नायक, उपनिरीक्षक सागर पाठक उपनिरीक्षक प्रसाद सिन्हा उपनिरीक्षक सोमेंद्र खरे आरक्षक तरुण केशरवानी आरक्षक मुकेश वर्मा तदबीर पोर्ते पंकज यादव आकाश निषाद ओंकार सिंह राजपूत सोनु पाल दीपक यादव जय साहू अभिजीत सनत,सुनील सूर्यवंशी ,किशन राय,दीपक उपाध्यायसुनील पटेल एवम तखतपुर के स्टाफ के साथ संयुक्त रूप से गठित की गई।
गठित टीम को अलग-अलग भागों में विभाजित कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए एक टीम के द्वारा अपहृत बालक के घर से निकलने से लेकर ट्यूशन जाने वाले रास्तों के मध्य पाए जाने वाले 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे की चेकिंग की गई जबकि दूसरे टीम के द्वारा अपहृत बालक के नजदीकी रिश्तेदार एवम दोस्तों के संबंध में जानकारी जुटाई गई ।तखतपुर पुलिस की टीम के निरीक्षक मोहन भारद्वाज के द्वारा लगातार फिरौती के लिए आ रहे कॉल के संबंध में अपहृत बालक के परिवार को साहस देते हुए उनके साथ पूरे समय रहकर उनसे प्राप्त जानकारी को अन्य टीमों को भेजते रहें साइबर सेल की टीम के द्वारा दो अलग अलग टीम बनाकर तकनीकी जानकारी और दूसरी टीम को प्राप्त तकनीकी जानकारी को फील्ड में जाकर उसकी तस्दीक की में लगाया गया था सभी टीम के द्वारा आपस में समन्वय बनाकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा के नेतृत्व में लगातार उनसे प्राप्त दिशा निर्देश पर कार्य किया गया। पुलिस अधीक्षक दीपक झा के द्वारा स्वयं तखतपुर पहुच कर कैम्प कर सभी टीमों को समय-समय पर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।इस बीच फिरौती के लिए अलग-अलग स्थानों पर आई कॉल के संबंध में साइबर सेल की तकनीकी और फील्ड के टीम के द्वारा लगाता जानकारी एकत्र की गई आरपीए द्वारा अपनी पहचान छुपाने के लिए अलग-अलग जगह पर इस्तेमाल करते रहे इस बीच साइबर सेल एवं संयुक्त टीम को दो आरोपियों के संबंध में पुख्ता जानकारी मिली जिस के संबंध में तकनीकी जानकारी जुटाई गई और संयुक्त टीम के द्वारा सेमर सल गांव पहुंचकर दबिश देकर दो आरोपियों मौके पर घेराबंदी कर पकड़ा गया दोनों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ किया गया जिन्होंने अपहृत बालक को सैदा ग्राम के जंगल में एक निर्माणाधीन मकान में रखना बताया एवं अपने अन्य साथियों को भी वहां पर होना बताया दोनों आरोपियों की निशानदेही पर संयुक्त टीम के द्वारा मौके पर पहुंचकर दबिश देकर अपरहित बालक को सकुशल बरामद किया गया एवं प्रकरण में शामिल अन्य आरोपी को घेराबंदी कर गिरफ्तारी की गई ।प्रकरण में फिरौती की रकम के लिए उपयोग किया गया सिम एवं मोबाइल मोटरसाइकिल एवं चाकू सहित अन्य सामान बरामद किया गया।किडनैपिंग स्थल पर चारपहिया वाहन न पहुँचने के मद्देनजर बाइक से टीम रवाना की गई। बाइक को भी दूर में छोड़ कर मेड के किनारे किनारे पुलिस कर्मियों द्वारा अपहर्ताओं के समीप पहुँचा गया। और उनकी धरपकड़ की गई। 3 अपहर्ता बच्चे के मूल गांव के ही हैं जिन्हें जानकारी थी कि बच्चे के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी हैं। अपहर्ताओं ने बताया कि रकम मिलने के बाद उनकी कट्टा खरीदने की प्लानिंग थी। जिस युवक ने बच्चे की माँ को फोन किया था उसकी आवाज सुन कर बच्चे की माँ ने भी पहचान लिया था। बच्चे ने बताया कि उसको फोन दिलवाने के बहाने गांव के ही तीन परिचित युवक ले कर गए थे। थोड़ी दूर ले जाने के बाद बाकी 4 युवको ने बच्चे को चाकू दिखा कर धमकाया था।युवक इतने शातिर थे कि उन्होंने पुलिस से बचने के लिए कांफ्रेस काल से फिरौती की मांग की थी।
अपहरण की घटना को अंजाम देने वाले सातों आरोपियों
राममंगल यादव पिता दुर्गा यादव उम्र 19 वर्ष साकिन ग्राम सेमरसल थान जरहागाँव मुंगेली
सुरेंद्र रजक उर्फ माली पिता स्वर्गीय नर्मदा रजक उम्र 23 वर्ष कुदुदंड बिलासपुर
घनश्याम यादव पिता बिसाहू राम यादव उम्र 19 वर्ष साकिन वेयरहाउस रोड़ बिलासपुर
जगदिश पटेल पिता अमृत लाल पटेल उम्र 21 वर्ष ग्राम सेमरसल जरहा गाँव मुंगेली
कान्हा पिता स्वर्गीय सुरेश शर्मा उम्र 24 वर्ष निवासी सरकंडा बिलासपुर सोमराज पटेल पिता माधुरी लाल पटेल उम्र 21 वर्ष सेमरसल जरहा गाँव मुंगेली
एवम एक अन्य अपचारी बालक को धारा 363 का के साथ गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया