निजात अभियान के तहत पुलिस स्वयं गर्त मे डाल रही युवाओं का भविष्य, निजात अभियान बना अवैध वसुली का धंधा

क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम वो इरादा।बैकुण्ठपुर। कोरिया जिले मे इनदिनों पुलिस कप्तान के द्वारा निजात अभियान चलाया जा रहा है, जिसमे बडे बडे बालीबुड सहित कई नामी लोग अपना समर्थन दे रहे है, जो ड्रग माफियाओं के लिए एक अच्छा सवब है, लेकिन वहीं पुलिस अधिक्षक ने निजात अभियान मे कोतवाली पुलिस बैकुण्ठपुर सांथ थाना व चौकी मे भी पुलिस के लिए निजात अभियान वसुली का जरिया बन गया है। सांथ पुलिस स्यवं युवाओं को बर्बाद करनें मे मेडिकल नशा व ड्रग बेंचनें का काम बखुबी कर रही है, ऐसे क ई मामले सामनें आए है जिसमे जो युवक ड्रग मे पकडे गये या जो लोग शराब मे पकडे गए है ऐसे लोगों से पुलिस मोटी रकम ऐंठ रही है और अपनी मनमानी कर रही है। जो युवक इंजेक्सन लगाते है उन्हे शिरफ बेंचनें वाला बना रही है, यह बात जिले के अधिकारी भी जान करे है। निजात अभियान के नाम पर केवल ड्रग को ही खत्म नहीं किया जा रहा है, बल्की युवाओं को भी बिगाडनें का कार्य पुविस बखुबी निभा रही है। ऐसे ही एक मामले मे कुछ महिनें पहले एक युवक को कोतवाली पुलिस एक नग इंजेक्शन घर से बरामद की और रातों रात इंजेक्शन की मात्रा को सैकडों मे दबदिल कर दिया गया वह भी एक लाख बीस हजार रुपये लेकर, वहीं बिते मंगलवार को पुलिस निजात के तहत कार्यवाही की जिसमे इंजेक्शन लेनें गए युवक के पास कोडिक युक्त शिरफ रख कर कार्यवाही कर रही है, जबकि पुलिस विभाग के ही कुछ लोगों का कहना है की उक्त जगह पर जो बेंचनें वाला है उसको पकड कर लेनें वाले युवक को पकडा गया है वहां पर केवल एक ही इंजेक्सन मिला लेकिन जब कोतवाली कार्यवाही की तो वहां चार कोडिन शिरफ और चार नग इंजेक्शन का, यह कैसे संभव हुआ की उक्त खाली स्थान से इंजेक्शन व कोडिन युक्त शिरफ पैदा हो गया। वहीं बिते 24 तारीक को बचरापोंडी के ग्राम बैरडांड मे पुलिस की टीम मंजू कुर्रे पति विजय के घर रेड डाली वहां चार बोतल व आधा बोतल शराब पकडी जिसे पांच बोतल शराब बनाया गया, वहीं मंजू लोगों से पांच हजार रुपये भी लिया गया छोडनें के नाम से और कार्यवाही करते हुए मुहचलका मे छोड दिया गया, जबकि पुलिस अधिक्षक कोरिया के निजात अभियान के तहत एक बोतल महुआ शराब पकडनें पर भी कार्यवाही होती है किन्तु यहां पुलिस पैसा लेकर लोगों को छोड रही है, विजय का स्पष्ट कहना है की पुलिस वाले निजात अभियान को वसुली का धंधा बना लिए है। जबकि जिला मुख्यालय मे भी शराब की बिक्री हो रही है उस पर पुलिस विभाग कार्यवाही करनें से लगातार बच रही है, वहीं रात के समय जुंआं खेला जा रहा है इसकी सुचना भी पुलिस को दी जाती है लेकिन पुलिस अधिकारी उन पर ध्यान नहीं देते क्योकि उन पर पुलिस कार्यवाही नहीं कर सकती यह पुरा जिला जानता है।पुलिस कप्तान जिले मे आते ही कहे थे कि अवैध कार्य नहीं होनें देंगे। कुछ महिनें बंद भी रहा लेकिन एकबार फिर अवैध कार्य जिले मे संचालित हो रहा है। उन कर भी कार्यवाही नहीं हो रही, क्योकि की कार्यवाही पुलिस की निजात के नाम पर दिखावा भी है, नशे का समान थानें मे रहता है इसलिए बरामद को बढ़ा दिया जा रहा है। वहीं अवैध कार्य कबाड जो चालू है उसमे कबाड बढाया नहीं जा सकता पकडनें के बाद इसलिए कबाड का कार्य चल रहा है। वहीं जिले के क ई नामी गिरामी जगहों पर अभी भी जुंआ, शराब व सट्टा का कार्य चल रहा है, लेकिन वहां कार्यवाही होना संभव नहीं है।