बैराज में उतराता मिला बाघ का शव,कारण पता लगाने में जुटा महकमा -

बहराइच - कतर्नियाघाट वन रेंज से बहने वाली घाघरा बैराज में एक बाघ का शव उतराता हुआ दिखा। किसानों ने बाघ का शव उतराने की सूचना वनकर्मियों को दी। वनकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर बाघ के शव को बाहर निकाला। बाघ की मौत कैसे हुई है,इसका अभी तक पता नहीं चल सका है। डीएफओ के साथ दुधवा के फील्ड डायरेक्टर मौके पर पहुंच गए हैं। सब मौत का कारण पता लगाने में जुटे हुये हैं। बैराज का मिलन कतर्नियाघाट के गेरुआ और कौड़ियाला नदी से होता है। कतर्नियाघाट रेंज के मझरा बीट में स्थित घाघरा बैराज के गेट से शनिवार शाम को एक बाघ का शव बहता हुआ देखा। आसपास खेत में मौजूद किसानों ने बाघ का शव देखा तो सूचना रेंज कार्यालय पर दी। सूचना पाकर कतर्नियाघाट रेंज के वन क्षेत्राधिकारी रामकुमार, वन दरोगा अनिल कुमार, लवलेश कुमार,वन रक्षक अब्दुल सलाम और एसटीपीएफ के जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। वनकर्मियों ने पानी के अंदर पहुंचकर बह रहे बाघ के शव को कब्जे में ले लिया। बाघ के मिलने की सूचना पाकर काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। वनकर्मियों के साथ पुलिस ने ग्रामीणों को हटाया। इसके बाद बाघ के शव को कब्जे में लिया। सूचना पाकर डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के परियोजनाधिकारी दबीर हसन भी पहुंच गए। दबीर हसन ने बताया कि मृत बाघ नर है। उसका उम्र आठ से नव वर्ष के बीच है। बाघ के शव मिलने की सूचना डीएफओ आकाशदीप बधावन व दुधवा के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक को दी गई है। वन विभाग के अधिकारियों के पहुंचने पर मृत बाघ के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद होगी जानकारी,पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा मृत बाघ के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गया हूं। जांच की जा रही है, आकाशदीप बधावन डीएफओ