राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित हुए 16652 वाद/प्रकरण -

बहराइच - उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार शनिवार को सिविल कोर्ट परिसर बहराइच में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश सुरेन्द्र प्रसाद मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 16652 वादों का निस्तारण किया गया। जबकि राष्ट्रीय लोक अदालत में सेटेलेमन्ट की कुल धनराशि रू. 8,32,29,683=00 रही। सिविल कोर्ट परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर जनपद न्यायाधीश, बहराइच द्वारा 45 वादों, मोटर दुर्घटना प्रतिकर के 55 दावे, पारिवारिक/वैवाहिक वाद 29, सिविल वाद 46, फौजदारी के 4639 मुकदमें, बैंक रिकवरी के 670 मामले, बिजली बिल से सम्बन्धित 07 मामलें (अशमनीय वादों को छोड़कर), भूमि अधिग्रहण (दाखिल खारिज) के 415 वाद, राजस्व के 2089 वाद, जल बिल से सम्बन्धित 125 वादों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय लोक अदालत मंे अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत द्वारा 05 मुकदमें तथा अध्यक्ष, जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा 06 मुकदमों का भी निस्तारण किया गया। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी कोरोना प्रोटोकाल के अनुपालन का विषेश ध्यान रखा गया। राष्ट्रीय लोक अदालत हेतु न्यायालय परिसर में वादकारियों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए जगह-जगह हेल्प डेस्क बनाये गये थे। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने हेतु न्यायालय परिसर में जगह-जगह पर पुलिस फोर्स भी मुस्तैद रही। इसके अतिरिक्त न्यायालय परिसर में कोविड-19 से बचाव हेतु निःशुल्क टीकाकरण शिविर का आयोजन भी किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश सुरेन्द्र्र प्रसाद मिश्रा, लोक अदालत के नोडल अधिकारी/प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश कुमार व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती शिखा यादव ने राष्ट्रीय लोक अदालत को अत्यधिक सफल बनाने हेतु समस्त पीठासीन अधिकारियों, विद्वान अधिवक्ताओं, बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों, वादकारियों एवं पुलिस फोर्स को धन्यवाद ज्ञापित किया। राष्ट्रीय लासेक अदालत को सफल बनाने में जनपद न्यायालय के सिस्टम ऑफिसर वैभव सिंह चौहान, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्मिकों दीपक कुमार वर्मा, मनीष कुमार सिंह व मुकेश कुमार वर्मा सहित अन्य सम्बन्धित कर्मचारियों का सराहनीय प्रयास रहा।