राजस्व व वन विभाग के सह पर चल रहा लाल ईटो का अवैध कारोबार

पसान में अवैध ईंट-भट्ठे का कारोबार जोरों पर, प्रशासन व वन विभाग मौन


कोरबा जिले के पसान में इन दिनों अवैध ईंट भट्टा का कारोबार जोरों पर चल रहा है। पसान में बड़ी संख्या में ईंट के भट्टे लगाए गए हैं। यहां न कोई जानकारी लेने वाला है न पूछने वाला है। ईंट भट्?टा मालिक अपने तरीके से कार्य कर रहे हैं।बड़े बड़े पेड़ों को काटकर भट्टे जला रहे है वन�विभाग चंद रुपयों की पट्टी बांधकर आराम कर रहा है �

�न लीज न ही मंजूरी: क्षेत्र में संचालित ईंट भट्टे ऐसे हैं जिनके पास न प्रशासन की अनुमति न ही खनिज विभाग से लीज ली गई है। यहां तक की पंचायत की अनुमित भी लेना जरूरी नहीं समझा गया। अवैध रूप से चल रहे इन ईंट भट्टो पर बाल मजदूर भी आसानी से देखे जा सकते हैं। जिनकी जानकारी श्रम विभाग के अधिकारियों को भी है लेकिन कार्यवाही नहीं की जा रही हैं।

पर्यावरण प्रदूषण का खतरा
क्षेत्र में चल रहे इन ईंट भट्टों से अब पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। रहवासी क्षेत्र के पास लगे होने से दिन भर धुंआ फैलता रहता है। कोयला का उपयोग न कर लकड़ी, भूसा, प्लास्टिक सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

भट् ठे लगाने के नियम
अगर किसी व्यक्ति को ईंट भट्टे का व्यापार करना है तो उसे मिट्टी उत्खनन के लिए लीज की स्वीकृति लेने के लिए पर्यावरण विभाग की एनओसी, वन विभाग की एनओसी, ग्राम पंचायत की मंजूरी, तहसील की एनआेसी, निर्माण करने वाले लोगों का लायसेंस आदि तैयार कराना होगा। तब ही आप कही ईंट भट्टों का व्यापार कर सकते हैं।