कोरबा में ध्वज संहिता का उल्लंघन- अजगरबहार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वतंत्रता दिवस पर फहराया गया तिरंगा समय पर नहीं उतारा, अब-तक लहरा रहा राष्ट्रीय ध्वज…

CITIUPDATE NEWS(संतोष सारथी)बालको/कोरबा-जिले में एक बार फिर राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान को लेकर गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। यह घटना कोरबा जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अजगरबहार की है, जहां स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानपूर्वक तिरंगा फहराया गया, लेकिन सूर्यास्त के बाद भी झंडा नहीं उतारा गया। देर रात तक अंधेरे में तिरंगा लहराता देखा गया, जो भारतीय ध्वज संहिता का सीधा उल्लंघन है। भारतीय ध्वज संहिता के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज को सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच ही फहराया जा सकता है। 15 अगस्त और 26 जनवरी जैसे राष्ट्रीय पर्वों पर शासकीय संस्थानों में ध्वजारोहण किया जाता है, लेकिन सूर्यास्त से पहले इसे उचित सम्मान के साथ उतारना अनिवार्य है। नियम के मुताबिक, सूर्यास्त के बाद तिरंगे को सार्वजनिक स्थान पर नहीं छोड़ा जा सकता, बल्कि इसे सुरक्षित स्थान पर रखना आवश्यक है। लेकिन इस बार ऐसा प्रतीत होता है कि कार्यक्रम के बाद अधिकारी और कर्मचारी इसे भूल गए। यह लापरवाही न केवल ध्वज संहिता के उल्लंघन के अंतर्गत आती है, बल्कि देश की गरिमा और सम्मान से भी जुड़ा मुद्दा है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेना चाहिए और जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही, सभी शासकीय कार्यालयों में ध्वज संहिता के पालन के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश और मॉनिटरिंग की व्यवस्था होनी चाहिए।

राष्ट्रीय ध्वज केवल कपड़े का टुकड़ा नहीं, बल्कि देश की आन, बान और शान का प्रतीक है। इसके सम्मान में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।