इंडस पब्लिक स्कूल-दीपका में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया आजादी का महापर्व, देश की प्रगति का साधक बनें,न कि बाधक- डॉ.संजय गुप्ता

कोरबा - इस दिन का ऐतहासिक महत्व है इस दिन की याद आते ही उन शहीदों के प्रति श्रध्दा से मस्तक अपने आप ही झुक जाता है । जिन्होने स्वतंत्रता के यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दी । इसलिए हमारा पुनित कर्तव्य है कि हम हमारे स्वतंत्रता की रक्षा करें, देश का नाम विश्व में रोशन हो ऐसा कार्य करें । देश के प्रगति का साधक बने न कि बाधक ।सदियों की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 के दिन हमारा भारत देश आजाद हुआ। पहले हम अंग्रजों के गुलाम थे।उनके बढ़ते हुए अत्याचारों से सारे भारतीय त्रस्त हो गए और तब विद्रोह की ज्वाला भड़की और देश के अनेक वीरों ने प्राणों की बाजी लगाई,गोलियाँ खाईं और अंततः आजादी पाकर ही चैन लिया।इस दिन हमारा देश आजाद हुआ,इसलिए इसे स्वतंत्रता दिवस कहते हैं। अंग्रेजों के अत्याचारों एवं आमानवीय व्यवहारों से त्रस्त भारतीय जनता एकजुट हो इससे छुटकारा पाने हेतु कृत संकल्प हो गई । सुभाष चन्द्र बोस, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद ने क्रांति की आग फैलाई और अपने प्राणों की आहुति दी । तत्पश्चात सरदार वल्लभ भाई पटेल, गांधी जी, नेहरू जी ने सत्य, अहिंसा और बिना हथियारों की लड़ाई लड़ी और सत्याग्रह आंदोलन किये, लाठियां खाई, कई बार जेल गये और अंग्रेजों को देश छोड़कर जाने के लिए मजबूर कर दिया । 15 अगस्त 1947 का दिन हमारे लिए स्वर्णिम दिन बना और हमारा देश स्वतंत्र हुआ, इंडस पब्लिक स्कूल-दीपका में आजादी की 75 वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाया गया।कार्यक्रम का प्रारंभ मार्च पास्ट एवं ध्वजारोहण से किया गया। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने आगंतुक अतिथियों के साथ मिलकर ध्वजारोहण किया एवं राष्ट्रगान की धुन पर पूरे विद्यालय परिवार ने सलामी दी, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में डॉ.शशि सिंधु, ज्योति नरवाल एवं आइना सिंधु उपस्थित थे।कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ एवं तिलक लगाकर तथा मुख्य अतिथियों के द्वारा महात्मागांधी के तैल्य चित्र में दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का रंगारंग आयोजन किया गया।कक्षा यूकेजी की छात्रा नित्या के देशभक्ति नृत्य ने सबका मन मोह लिया।विद्यालय के नृत्य शिक्षक राम यादव के आकर्षक नृत्य ने सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। राम यादव एवं रुमकी हलदर के कुशल मार्गदर्श्न में कक्षा 8 वीं के छात्र-छात्राओं ने ओजस्वी नृत्य की प्रस्तुति दी साथ ही नृत्य प्रशिक्षिका कु.मुस्कान के आकर्षक नृत्य ने भी समां बांधा।कक्षा-9वीं,10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों ने शहीद भगत सिंह,राजगुरु एवं सुखदेव के बलिदान की जीवंत नाटिका की प्रस्तुति दी,जिसको देखकर सबकी आँखें नम हो गई।गौरतलब है कि यह हृदयस्पर्शी नाटिका विद्यालय के हिन्दी विभाग के प्रमुख प्रहलाद एवं संस्कृत विभागाध्यक्ष अरुण सर के कुशल मार्गदर्शन में तैयार किया गया था।कक्षा नवमीं की छात्रा कल्पिता एवं 10वीं की छा़त्रा सभ्यदा पोद्दार ने कर्णप्रिय देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी।कार्यक्रम के मध्य में विगत वर्ष सी.बी.एस.ई. बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मुख्य अतिथियों के करकमलों से सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस प्रदान किया गया।साथ ही विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं कक्षा में विद्यार्थियों के 100 प्रतिशत उपस्थिति हेतु सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस प्रदान किया गया,मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित डॉ.शशि सिंधु, ज्योति नरवाल एवं आइना सिंधु को भी विद्यालय की स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी में विराजमान शशि सिंधु ने अपवने उद्बोधन में कहा कि आई.पी.एस., दीपका ने प्रत्येक क्षेत्र में सामाजिक सहभागिता निभाते हुए विगत 5 वर्षों में अपनी अलग पहचान बनाई है।उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की सभी शुभकामनाएँ दीं। शशि सिंधु ने सभी शिक्षकों एवे विद्यार्थियों को कोरोना से संबंधित आवश्यक बचाव के निर्देश भी दिए।साथ ही यह भी कहा कि इंडस पब्लिक स्कूल-दीपका में विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है इसमें दो राय नहीं है। क्योंकि यहाँ के सभी स्टॉफ में समर्पण एवं सेवा की भावना है।वे विद्यार्थियों को अपने पुत्र एवं पुत्रियों के समान निःस्वार्थ भाव से शिक्षित करते हैं।मुख्य अतिथियों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पार्टिसिपेट करने वाले विद्यार्थियों प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।विद्यालय के प्राचार्य डॉ.संजय गुप्ता ने कहा कि आज का दिन उन अमर शहीदों को श्रद्धानत प्रणाम करने का है जिनकी बदौलत हमें आजादी का अनमोल तोहफा मिला है।हमें धर्म,जाति,संप्रदाय को दरकिनार कर देशधर्म को अपनाना चाहिए।विविधता में एकता हमारे भारत देश की विशेषता है और हमें किसी भी कीमत पर राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के साथ समझौता नहीं करना चाहिए।हमें अपने हृदय में केवल देशधर्म को स्थान देना चाहिए और वही हमारे लिए सर्वोपरी है।आज के दिन के ऐतिहासिक महत्तव से तो हम सभी वाकिफ हैं।इस दिन उन शहीदों के प्रति श्रद्धा से मस्तक अपने आप ही झुक जाता है जिन्होंने स्वतंत्रता के यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दी इसलिए हमारा पुनीत कर्तव्य है कि हम हमारे स्वतंत्रता की रक्षा करें।देश का नाम विश्व में रोशन हो ऐसा काम करें।देश की प्रगति का साधक बनें,न कि बाधक।

कार्यक्रम का संचालन स्नेहा अग्रवाल एवं निवेदिता स्वैन ने संयुक्त रुप से किया तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सभी स्टॉफ का योगदान रहा।कार्यक्रम के अंत में निवेदिता स्वैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं राष्ट्रगान की धुन में सभी ने एक साथ राष्ट्रगान का गायन कर कार्यक्रम का समापन किया।