चिलवरिया द्वारा भुगतान की कच्छप गति पर डीएम हुए सख्त, तत्काल भुगतान न किये जाने पर होगी कठोर कार्यवाही -

बहराइच - जिलाधिकारी डाॅ. दिनेश चन्द्र ने शुक्रवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में गन्ना मूल्य भुगतान की समीक्षा करते हुए चिलवरिया चीनी मिल व नानपारा चीनी मिल के गन्ना मूल्य का भुगतान अवशेष पाये जाने पर कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित चीनी मिलों को निर्देश दिया कि तत्काल बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान कराना सुनिश्चित करें अन्यथा नियमानुसार विधिक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जायेगी। चीनी मिल जरवल द्वारा समस्त बकाया गन्ना मूल्य भुगतान का चेक बैठक में ही प्रस्तुत किया गया। जबकि चीनी मिल पारले द्वारा पूर्व में ही समस्त गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका है।
प्रधान प्रबन्धक चीनी मिल नानपारा द्वारा बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की कार्ययोजना प्रस्तुत करते हुए बताया कि बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान माह अक्टूबर 2021 तक कर दिया जायेगा। चीनी मिल चिलवारियां के बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के सम्बन्ध में पूर्व में जारी आरसी की प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने पर महाप्रबन्धक ने बताया कि समस्त बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान माह फरवरी 2022 तक किये जाने की बात कही। इस पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए निर्देश दिया गया कि अगस्त 2021 में कम से कम रू.10 करोड़ का बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान कराना सुनिश्चित करें अन्यथा की स्थिति में तत्काल चीनी मिल के खिलाफ कठोर विधिक कार्यवाही की जायेगी। इस पर महाप्रबन्धक द्वारा लिखित आश्वासन दिया गया कि माह अगस्त 2021 में रू. 10 करोड़ का भुगतान सुनिश्चित कराया जायेगा तथा शेष का भुगतान भी यथाशीघ्र करा दिया जायेगा।
जिलाधिकारी डाॅ. चन्द्र ने चीनी मिलों को यह भी निर्देश दिया गया कि आगामी पेराई सत्र के सफलतापूर्वक संचालन हेतु आवश्यक मरम्मत कार्य समय से पूरा करा लें ताकि समय से चीनीमिलों का संचालन सुनिश्चित हो सके। उन्होंने जिला गन्ना अधिकारी को निर्देश दिया कि बकाया गन्ना मूल्य भुगतान तथा मरम्मत कार्य का समीक्षा करते रहे ताकि समय से भुगतान एवं मरम्मत का कार्य पूर्ण हो सके। इस अवसर जिला गन्ना अधिकारी शैलेश कुमार मौर्य, प्रधान प्रबन्धक नानपारा प्रदीप त्रिपाठी, महाप्रबन्धक चिलवरियां पी.एन. सिंह, अध्याशी चीनी मिल जरवलरोड टी.एस. राणा, पारले चीनी मिल के वरिष्ठ प्रबन्धक संजीव राठी, सचिव गन्ना विकास समिति बहराइच राजेश कुमार एवं अन्य सम्बन्धित गन्ना विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।