कोरिया की पुलिस आखिर कब पकड़ेगी बलात्कारी मजहर को,  पीड़ित महिला को न्याय दिलाने आखिर विपक्ष में बैठी भाजपा मौन

कोरिया। देश में हमेशा से महिलाओ का सम्मान किया जाता रहा है और उन्हें सशक्त करने हर संभव प्रयास किया जा रहा है। मगर वर्तमान छत्तीसगढ़ सरकार ठीक इसके विपरीत है, यहाँ अपराधी अपराध कर खुले आम कानून की धज्जिया उड़ा रहे और पीडिता न्याय पाने आस लगा कर बैठी हैं की आज नहीं तो कल उन्हें न्याय मिलेगा,और इस तरह पीडिता की उम्र गुजर जाती है और न्याय नहीं मिल पाता है। छतीसगढ़ के मुखिया भूपेश सरकार जो खुद सीडी काण्ड से काफी फेमस हुए थे उन्हें तो अपने प्रदेश के कानून प्रशाशन की कोई सुध नहीं। बताना चाहेंगे की कोरिया जिले में एक महिला अधिकारी के साथ मजहर खान नामक व्यक्ति शादी का झांसा देकर पिछले कई सालो से शारीरिक सम्बन्ध स्थापित करता है और उससे 20 लाख रूपये तक ऐठ लेता है और जब पीड़ित महिला पुलिस में अपने साथ हुए घटना को लेकर अपराध पंजीबध कराती है तो पुलिस अनावेदक को पकड़ने के बहाने करती है। इस सम्बन्ध में जब पूर्व में गृह सचिव देख रहे एक आईएएस अफसर और तत्कालिन सरगुजा पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी से 11 अक्टूबर 2020 को संपर्क किया गया तो बताया गया था की मजहर खान को पकड़ने टींम रेनुकोट गई हुई अभी सफलता नहीं मिली है पर जल्द पकड़ लेंगे। आपको बताना चाहेंगे की यह बात 2020 की है और अभी 2021 चल रही है| यह भी बताना चाहेंगे की मजहर खान के खिलाफ बैकुंठपुर कोरिया के अजाक थाने में दिनांक 01 मई 2020 को भारतीय दंड विधान के धारा 376,420,34,506 , एसटी,एससी एक्ट 3(2-5) तथा दिनांक 22 जुलाई 2020 को भारतीय दंड विधान के धारा 294,509,34,506,341 एसटी,एससी एक्ट 3(2-5 क )तहत अपराध पंजीबध किया गया है। पीडिता के द्वारा न्याय पाने की गुहार थाने से लेकर,कोरिया पुलिस अधीक्षक,पुलिस महानिरीक्षक सुरगुजा,पुलिस महा निदेशक छत्तीसगढ़ राज्य,गृह मंत्री छत्तीसगढ़ राज्य,प्रदेश के मुखिया और मुख्यमंत्री तक को की जा चुकी है पर सभी इन्तेजार कर रहे हैं की कब एक और बेटी की आबरू से यह अपराधी और इसके जैसे अपराधी खेल सके। प्रदेश के सभी जिलो के सीमा सील है और लॉक डाउन भी लगा हुआ है तब भी क्या छ.ग.पुलिस यह कहेगी की जांच जारी है या अपराधी को तत्काल गिरफ्तार करेगी। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है की मजहर खान के खिलाफ वर्ष 2020 में सूरजपुर जिले में भी गांजा बेचने पर एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तारी कर अपराध पंजीबध किया गया था। वही वर्तमान में प्रदेश सरकार के गृह सचिव उमेश अग्रवाल को भी इस सम्बन्ध में मेसेज भेजा गया है पर उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। ऐसे में अगर प्रदेश की सरकार और पुलिस प्रशाशन को निकम्मापन की उपाधि दे तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। बताना चाहेंगे की इस अपराधी को पुलिस का संरक्षण इस कदर मिला हुआ की अगर दिखने पर पुलिस को इसकी सूचना दी जाती है तो इसे तत्काल फरार कर सूचना देने वाले को गलत साबित कर दिया जाता है। यह भी खबर मिली है की इसे वर्तमान सत्ताधारी वाले जनप्रतिनिधियों का भी संरक्षण मिला हुआ है। प्रदेश की पुलिस को मजहर खान को पकड़ने पूरी आवभगत करने शायद अमेरिका जाना पड़ेगा, तब कही जाकर उसे पुलिस फुल माला पहना कर पकड़ कर लायगी,शायद पुलिस और प्रदेश सरकार की यही मंशा है,इसी कारण से शायद पुलिस जानबूझकर मजहर खान को नहीं पकड़ रही है। वाह सीडी काण्ड वाले बाबा,आपको तो प्रदेश में महिलाओ की अस्मत लुटने से कहा फर्क पड़ता है,अस्मत लुटती है तो लुटने दो-शायद आपकी यही सोच है इसी कारण से आपकी सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। शर्म करो की आपकी सरकार में कानून व्यस्था नाम की कोई चीज नहीं है। आपको लोगो ने वोट इसलिए नहीं दिया था की आपकी सरकार बनते अपराधियों की बल्ले बल्ले हो जायगी,इसलिए दिया था की आपके सरकार में लोगो को न्याय मिलेगा, कहा गया आपका वह जिसमे न्याय योजना लाने की बात कही थी। वाह???.., प्रदेश में महिलाओ के साथ अनाचार हो और छत्तीसगढ़ पुलिस को अनाचारी का पता करने सालो लग जाता हैं,वाह,गजब के आप मुख्यमंत्री हैं,मानना पड़ेगा। पुलिस के द्वारा अब तक अपराधी को ना पकड़ पाना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है,कही पुलिस अपराधी से हफ्ता तो नहीं ले रही है,जब अपराधी कोरिया जिले में ही कई बार देखा गया है तो उसे क्यों नहीं पकड़ा गया, क्यों रेनुकोट भेजा गया।

सवाल यह है कि प्रदेश में विपक्ष की भूमिका में बैठी भाजपा जो हमेशा महिलाओं के सम्मान की रक्षा की बात करती है आखिर आज वही भाजपा दुबकी लगाए क्यों बैठी है। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस प्रकरण में बलात्कारी मजहर खान के पिता शेर खान भाजपा के एक सक्रिय कार्यकर्ता है और भाजपा के किसी पूर्व मंत्री का पूर्ण रुपेण संरक्षण प्राप्त है इसीकारण से मजहर खान को संरक्षण प्राप्त है जिस कारण से भी भाजपा अपराधी को संरक्षण देकर हल्लाबोल नहीं कर रही।