यहां खुलेआम होता है जुआ सट्टा छलकते हैं जाम कार्रवाई कीजिये कप्तान साहब परेशान है आवाम

बैकुण्ठपुर। पटना थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो जगह जुआरियों की गतिविधियां तेज हैं खबर है कि इस इलाके में रोज़ लाखों का जुआ खेला जा रहा है। यह क्षेत्र राष्ट्रीय राज्य मार्ग से लगा हूआ है जिसके कारण कई क्षेत्रों के लोग यहां दांव लगाने पहुच रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पटना थाना क्षेत्र के ग्राम खांडा व पटना थाना से महज तीन से चार किमी दुर अम्बिकापुर राष्ट्रीय राज्य मार्ग के बगल मे ही क्षेत्र के कुडैली निवासी व बैकुण्ठपुर जुनापारा निवासी के द्वारा जुए का फड़ जमाया जाता है। जुआ अब चोरी छिपे नहीं बल्कि खुलेआम हो रहा है।

ताश के पत्तो पर हजारों लाखों के दांव लग रहे हैं। इस जुए ने न जाने कितने ही परिवारों को बर्बाद कर दिया है। क्षेत्र के युवा जुए की इस बुरी लत में फंसते जा रहे हैं। हैरत की बात तो ये है कि युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वाले इन जुआरियों को अब पुलिस व कानून का भी कोई डर नहीं है। खुलेआम चल रहे इस फड़ पर पटना पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। पुलिस द्वारा जुए के संचालन को दी जा रही मौन छूट से पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो पटना थाना क्षेत्र के आसपास में संचालित दोनों जुऐं के फड मे जुआरी हजारों-लाखों का दांव लगाकर जुए का फड़ जमा रहे है जिसमे पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है।
दिन-रात यहां जुए का फड़ सज रहा है। राष्ट्रीय राज्य मार्ग के बगल में जुआ खुलेआम खेला जा रहा है। नई पीढ़ी के तमाम युवा पूरी तरह से जुए की लत की गिरफ्त में है। दिन हो चाहे रात जब चाहे तब फड़ सज रहे हैं। हजारों लाखों का वारा न्यारा हो रहा है। फड़ सजाने के लिए वर्तमान मे दो अड्डे ही निर्धारित स्थान पर संचालित है, कुछ लोगों का कहना है की इस जुंऐ के अड्डे को पुलिस भी जानती है लेकिन जुंआ संचालित करानें वाले लोगों के द्वारा सभी को मैनेंज किया जाता है जिस कारण कार्यवाही नहीं होती है। ग्राम खांडा व रनई मे खुले आम राष्ट्रीय राज्य मार्ग के बगल मे बावन परियों का खेल हो रहा है, जुंआ खेल का संचालन करनें वाले कुडैली व जुनापारा निवासी के द्वारा जगह जगह पर मुखबिर भी तैनात किए हुए है, जो प्रतिदिन दो सौ रुपये लेकर या मुखबिरी का कार्य कर रहे है। इतना ही नहीं लोगों का कहना है कि जुआरियों के मुखबिर काफी तेज तर्रार हैं, वे हर किसी व्यक्ति पर नजर रखे हुए रहते हैं, जैसे ही कोई जुआ फड़ के रास्तों से गुजरता है तो तत्काल उसका लोकेशन वे जुआ संचालक को बताते हैं, जिसके चलते जुआरियों को पकड़ना पुलिस विभाग के लिए चुनौती बन गई है। इन जुआ के फड मे ब्याज खोरी का कार्य भी जमकर चलता है। उक्त दोनों अड्डों पर बैकुण्ठपुर शहर के कई लोग जुंआ के फड मे केवल जुंआ खेल रहे लोगों को ब्याज मे पैसा देते है। उक्त जुंआ के फड मे ब्याज देनें वालों को भी जुआ संचालनकर्ता से इजाजत लेनी पडती है तब जा कर वह बावन परियों के आशिकों को ब्याज मे पैसा देते है। ब्याज खोर जुए के फड़ में साहूकार लंबी रकम लेकर पहुंचते है, जहां पर जुआरी जुए में रकम हारने के बाद, वहीं तुरंत लंबे प्रतिशत ब्याज दर रकम देता है जिससे फिर वह जुआ खेलने लग जाता है। इस ब्याज की रकम के चलते कई घर टूट कर बिखर चुके हैं और वहीं ब्याज देने वाले साहूकार मोटी रकम कमाई की जा रही है। सुत्रों की मानेंं तो जुंआ फड ऐसे जगह पर संचालित हो रहा है जहां शराब, कबाब व चखना की भी पुरी व्यवस्था है। जुंआ संचालको के द्वारा पुरे एक ढाबे को ही किराये मे ले लिया गया है, जहां पर सभी व्यवस्थाओं के सांथ जुंआ का अड्डा संचालन हो रहा है, यहां पर छोटे से बडे स्तर के लोग प्रतिदिन शराब, कबाब व बावनपरियों के सांथ रहना पसंद कर रहे है। सुत्रों की मानेंं तो यह जुंआ का फड पहले बैकुण्ठपुर शहर मे संचालित होता था, लेकिन अब इस बावन परियों के फड को संचालित करनें के लिए जुंआ संचालन कर्ता बैकुण्ठपुर के जुनापारा व कुडैली के रहनें वालों के द्वारा संचालित कराया जा रहा है। जो लोग जुंआ फड खांडा मे खेलने जा रहे है उन्होनें नाम न छापनें की शर्त पर बताया की यहां पर प्रतिदिन 80 से 90 लोग जुंआ खेलनें पहूंचते है, तो वहीं ब्याज खोर यहां ब्याज मे रकम देने के लिए बैकुण्ठपुर व ग्रामीण क्षेत्रों से दस से पन्द्रह लोग पहूंचे है और ब्याज का रकम देते है। जो लोग ब्याज मे रकम लेते है और नहीं देनें की स्थिति मे अपनी वाहन, मोबाईल, जमीन जगह सहित आभूषण तक को गिरवी रखकर लिए गए पैसे को वापस करते है, कई लोग तो ब्याज खोरों के द्वारा तगाता करते समय अपनी जान तक दे देते है।