विनोद यादव ने फिर पेश की मानवता की एक नई मिसाल, रेल लाइन पर गर्दन रख आत्महत्या के लिए लेटी वृद्ध महिला की बचाई जान

अमेठी : अमेठी रेलवे स्टेशन आरपीएफ पोस्ट के कांस्टेबल विनोद यादव ने एक बार फिर मानवता की एक नई मिसाल पेश करते हुए रेल लाइन पर आत्महत्या करने के लिए लेटी एक वृद्ध महिला को बचाकर फिर से नया जीवनदान दिया।

अमेठी जिले के भीमी गांव निवासनी 70 वर्षीय वृद्ध महिला घर से नाराज होकर जान देने के लिए आज सुबह अमेठी रेलवे स्टेशन की पटरी पर गर्दन रख कर लेट गई थी इसी दौरान प्रतापगढ़ से मालगाड़ी आ रही थी। स्टेशन पर तैनात आरपीएफ के कांस्टेबल विनोद कुमार यादव की नजर जैसे ही रेलवे लाइन पर लेटी हुई वृद्ध महिला पर पड़ी, लगभग 100 मीटर की दूरी क्षणभर में तय करते हुए दौड़कर विनोद यादव मौके पर पहुंचे और रन थ्रू आ रही मालगाड़ी को दोनों हाथ उठाकर उसे अपनी रफ्तार धीमी करने का संकेत देते हुए तत्काल महिला के पास पहुंच उसे लाइन से उठाया और किसी तरह से समझा-बुझाकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर पहुंचाया। इस दौरान मालगाड़ी के ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए अपनी रफ्तार काफी कम कर दी और महिला की जान बचाने में सहायता की।

आरपीएफ चौकी पर पूछताछ के दौरान महिला ने अपने को भीमी गांव की निवासिनी बताया और घर से नाराज होकर जान देने की कोशिश की बात बताई। आरपीएफ पोस्ट के कर्मचारियों ने महिला के बताए हुए पते पर सूचना देकर उनके परिजनों को बुलाया और उन्हें समझा-बुझाकर परिजनों के हवाले किया।

आपको बता दें कि ये वही विनोद कुमार यादव हैं जिन्होंने रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पर चढ़ते समय फिसल कर गिरते हुए कई यात्रियों की जान बचाई व रेल लाइन पर कुछ उपद्रवियों द्वारा गलत मंशा से की गई कार्यवाही को धता बताते हुए मौके पर पहुंचे और रेल लाइन को सही करते हुए ट्रेनों का आवागमन सुचारू रूप से जारी करवाया था। विनोद यादव के साहसिक व सराहनीय कार्यों को देखते हुए डीआरएम लखनऊ मंडल ने उन्हें पुरस्कृत करते हुए प्रशस्ति पत्र भी दिया था। विनोद यादव अपने साहसिक कारनामों की वजह से अमेठी आरपीएफ पोस्ट पर तैनाती के बाद से ही बराबर चर्चा में बने रहते हैं।