एसपी प्रतापगढ़ के निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता वरूण तिवारी हत्याकांड

कृष्णानन्द शर्मा(राज्य ब्यूरो) उत्तर प्रदेश

थाना लालगंज अपराधियों के चंगुल में, प्रतापगढ़ पुलिस की भ्रष्ट कार्यप्रणाली व अपराधियों की पुलिस गठजोड़ से क्षेत्र में दहशत का माहौल,

वरुण तिवारी हत्याकांड में लिप्त अपराधियों को पुलिस क्यों नहीं कर रही गिरफ्तार?�

स्थानीय अपना दल विधायक आर०के०वर्मा के संरक्षण में पल रहे शातिर अपराधियों पर पुलिस कब कसेगी नकेल?�

भ्रष्ट दरोगा सचिन पटेल की बर्खास्तगी अबतक क्यों नहीं? जबकि, वरुण तिवारी हत्याकांड के साजिश में दरोगा सचिन पटेल का नाम आया सामने

*जब सइंया भए कोतवाल तो डर काहे का...*
यह कहावत चरितार्थ होती है हदिराही के ग्राम प्रधान महेन्द्र वर्मा के उपर, स्थानीय विधायक आर०के०वर्मा दे रहा संरक्षण,


*हदिराही गोली काण्ड के मुलजिम अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर, किसी दबाव के चलते नही हो रही गिरफ्तारी,*

लखनऊ/प्रतापगढ़ ।* मामला लालगंज थाना के लीलापुर चौकी क्षेत्र के हदिराही ग्राम सभा का है जहां पर दिनांक 23/04/2021की है वरूण तिवारी को ग्राम सभा के ही नन्हेलाल वर्मा अपने बेटे महेंद्र वर्मा सहित अन्य के साथ मिलकर गोली मार दिया और वरुण तिवारी को मृत समझ कर और ग्रामीणों के दौड़ने पर भाग गया
*पुलिस गिरफ्तारी और दबिश का पीट रही झूठा ढिढोरा* मुख्य अपराधी महेन्द्र वर्मा पुलिस के नाक के नीचे लक्ष्मणपुर में आकर मतगणना ऐजेंट बनाकर मतगणना कराया और प्रमाणपत्र स्वयं लिया लेकिन उसके *रसूख के चलते पुलिस उसे गिरफ्तार करने का साहस नहीं कर पाई*
बता दें कि थाना लालगंज के मु०अ ०स०=220/2021का अभियुक्त महेंद्र आदि एक अपराधी ग्रुप का सरगना है जिसका क्षेत्र मेंभय वआतंक रहता है और इसी आतंक के बल पर क्षेत्र में घटनाएं कारित करता रहता है जिसके भय से पीड़ित शिकायत करने की साहस नहीं कर पाते यदि शिकायत करते भी है तो नन्हे एवं महेंद्र के रसूख के कारण पुलिस कोई कार्यवाही नहीं करती जिस कारण पीड़ित और डर जाता है उक्त लोग दिनांक 23अप्रैल2021को गोली मारने के दो दिन पूर्व भी नीरज वर्मा से लूट एवं छिनैती किया था जिसमें पीड़ित ने लीलापुर चौकी इंचार्ज वंशीधर राय को प्रार्थना पत्र दिया किंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ा और जनलेवा हमला करके गंभीर अपराध दूसरे दिन ही कर दिया जिससे प्रधान पद के प्रत्याशी वरूण तिवारी की मौत हो गई,
इधर अपराधी महेंद्र अपने साथियों के साथ गांव में घूम घूम कर एलानिया धमकी दे रहा हैऔर दूसरी बड़ी घटना कारित करने के फिराक में क्षेत्र में भय वआतंक ब्याप्त हैं *पीड़ित घर छोड़ कर पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं*
और पुलिस अपराधियों को बचाते हुए झूठी दबिश देने की कहानी बता रहीं हैं और दूसरी घटना होने का इंतजार कर रही है
अब देखना है कि स्थानीय पुलिस के कृपा पात्र अपराधी की कब होती है गिरफ्तारी किसी दूसरी गम्भीर घटना कारित करने के बाद या पहले.....???

*मामला लालगंज थाने के हदिराही गांव का है, जिसमें दरोगा सचिन पटेल की भूमिका सन्दिग्ध है, क्षेत्रिय लोगों का आरोप है, कि स्थानीय विधायक और दरोगा सचिन पटेल की साजिश के परिणाम स्वरूप वरुण तिवारी की हत्या हुई है, और इन्ही लोगों के चलते अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, जिससे पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ की निष्पक्षता पर बड़े सवाल खड़े हो रहें हैं,