जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में पूर्व सपा जिला अध्यक्ष की भूमिका होगी महत्वपूर्ण, तीन सजातीय एक मुस्लिम एक दलित और एक अन्य पिछड़ा वर्ग जिला पंचायत सदस्यों के इस ग्रुप पर सभी प्रत्याशियों

बहराइच - जिले के जरवल विकास खण्ड से अपनी पत्नी को ब्लाक प्रमुखी के चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारने के लिये पूर्व सपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मी नारायन यादव बीडीसी सदस्यों से सम्पर्क तेज़ करते हुवे पत्नी के लिये आशिर्वाद मांग रहें हैं। कोरोना संक्रमण के कारण ब्लाक प्रमुखी और जिला पंचायत अध्यक्ष के लिये होने वाले चुनाव भले ही कुछ समय के लिये टल गये हैं मगर सम्भावित प्रत्याशी पूरी तरह से डटे हुवें हैं उन्हें जैसे अवसर सा मिल गया हो और अब वह बहुत इत्मीनान के साथ एक एक सदस्य के पास पहुंच कर उनके समक्ष अपनी बात को रख कर समर्थन मांग रहें हैं। बहराइच सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष लक्ष्मी नारायन यादव की जरवल,कैसर गंज में साफ सुथरी छवि मानी जाती है वह एक लम्बे अरसे से राजनीति में सक्रिय हैं और समाज़ के हर वर्ग में उनकी अच्छी जान पहचान बनी हुई है सजातीय लोगों के बीच भी मजबूत पकड़ मानी जाती है।2021 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मां मुन्नी देवी जहां जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुईं हैं वहीं दूसरी ओर पत्नी कृष्णा देवी यादव बीडीसी सदस्य निर्वाचित हुई हैं जो कि पूर्व ब्लाक प्रमुख रह चुकी हैं। लक्ष्मी नारायन यादव का पूरा परिवार एक राजनैतिक परिवार माना जाता है और समाज मे लोग उनका आदर सम्मान भी करते हैं जरवल विकास खण्ड से ब्लाक प्रमुख पद की सम्भावित प्रत्याशी कृष्णा देवी जो कि 2005 में ब्लाक प्रमुख बनी थी और मां मुन्नी देवी सदस्य जिला पंचायत 2010 में स्वंय लक्ष्मी नारायन यादव जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुवे थे लगभग 11 वर्षों बाद एक बार फिर से 2021 के इस चुनाव में वह पत्नी को पुनः ब्लाक प्रमुख बनवाने के लिये सदस्यों से सम्पर्क मे जुटे हुवें हैं वैसे तो माना यह जा रहा है कि प्रमुखी चुनाव में कई प्रत्याशी होंगें मगर मुख्य मुकाबला सत्तापक्ष से समर्थित घोषित प्रत्याशी से ही होगा। सियासी गलियारे में चर्चा है की लक्ष्मी नारायन यादव की मां मुन्नी देवी यादव जो इस त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वार्ड नम्बर 63 से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुईं हैं इसी के बाद से राजनीति में गहरी दिलचस्पी रखने वालों के बीच यह कयास लगाया जा रहा है कि प्रमुखी के अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष के होने वाले चुनाव में भी लक्ष्मी नारायन यादव की महत्त्वपूर्ण भूमिका हो सकती है सूत्रों की माने तो नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों में 07 चेहरे ऐसे हैं जो सपा के पूर्व जिलाअध्यक्ष लक्ष्मी नारायन यादव के पुराने दोस्त /साथी व समर्थक हैं और यह सभी हमेशा एक दूसरे के सम्पर्क में बने रहते हैं जिनमें दो सजातीय एक अन्य पिछड़ा वर्ग से एक मुस्लिम और एक आरक्षित सीट से चुनाव जीत कर आय हैं माना यह जा रहा है कि इन सभी सातों का फैसला सामूहिक हो सकता है जिसको लेकर आपस मे मिलने जुलने और बैठकों का सिलसिला शुरू है शायद यही कारण है कि जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ने वाले सम्भावित प्रत्याशियों की नजरें लक्ष्मी नारायन यादव पर लगी हुई हैं।कि उनका झुकाव किस प्रत्याशी के पक्ष में होगा क्यों कि लक्ष्मी नारायन यादव का सीधा सम्बन्ध समाज वादी पार्टी से है वह पार्टी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और पार्टी के प्रति हमेशा वफादार रहें हैं यदि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में सीधे सपा का कोई प्रत्याशी मैदान में नही आया तो इस ग्रुप का निर्णय किसी भी प्रत्याशी के लिये महत्त्वपूर्ण होगा चुनाव को लेकर इस ग्रुप का रुख किया होगा सभी सम्भावित प्रत्याशी इसी सोच में है राजनीतिकों के बीच यह चर्चा गर्म है कि अध्यक्ष पद के चुनाव में इस ग्रुप का निर्णय किसी भी प्रत्याशी के लिये संजीवनी साबित होगा।