चंदौली -एक बार फिर छत्रबली सिंह के पाले में जा सकती है जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी

एक बार फिर छत्रबली सिंह के पाले में जा सकती है जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली-जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट इस बार पिछड़ी जाति घोषित होने से जनपद में चर्चाएं तेज चल रही है।और एक बार फिर धनबलियों और बाहुबलियों का राज इस कुर्सी पर देखने को मिल सकता है। आपको बता दें कि चंदौली जनपद में भारतीय जनता पार्टी द्वारा पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए जितना भी प्रत्याशी घोषित किए गए थे उन प्रत्याशियों में से एक भी भाजपा का पिछड़ी जाति का प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत सका।जिससे भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर तो राज नहीं कर सकती। सूत्रों की माने तो एक बार फिर से बाहुबलियों को इस पर राज करते हुए देखा जाएगा।

आपको बताते चलें कि इससे पूर्व चंदौली जनपद के साहबगंज विकासखंड के तियरी गांव के निवासी व जनपद के धनबली कहे जाने वाले छत्रबली सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं उसके बाद उनकी पत्नी सरिता सिंह समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष रही हैं। और पंचायत चुनाव के कुछ ही दिन पूर्व छत्रबली सिंह कथा सरिता सिंह ने चंदौली जनपद के बीजेपी कार्यालय पर पहुंचकर पाला बदलते हुए भाजपा का दामन थाम लिया।वही जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर भी कब्जा जमाने के लिए पुरजोर कोशिश करते रहे।और साहबगंज विकासखंड के सेक्टर नंबर 2 से पूर्व प्रमुख दीनानाथ को अपने धनबल के बल पर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाया। वही उनके रवैया को देखते हुए भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर आजमाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष सर्वेश कुशवाहा को भाजपा अधिकृत करके जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाया। लेकिन पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष को जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में शिकस्त खानी पड़ी और जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पाने की दौड़ में सर्वेश कुशवाहा बाहर हो गए।

जिससे एक बार फिर जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी छत्रबली सिंह के पाले में जा सकती है और अपने धन बल के बल पर लड़ाए हुए प्रत्याशियों के विजई घोषित होने के बाद अपने सारथी के सहारे जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर राज कर सकते हैं।