रामपुर मथुरा,सीतापुर मतदान कर्मियों, मतगणना कर्मियों सहित रिटर्निंग ऑफिसर की लापरवाही का खामियाजा

रामपुर मथुरा,सीतापुर
मतदान कर्मियों, मतगणना कर्मियों सहित रिटर्निंग ऑफिसर की लापरवाही का खामियाजा तीन बीडीसी व एक ग्राम प्रधान प्रत्याशी को हार का सामना करके भुगतान पड़ रहा है। रिकाउंटिंग करने में तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाते हुए शिकायतकर्ता प्रत्याशियों को दो दिन तक अंधेरे में रखकर बिना निर्णय के ही दूसरे प्रत्याशी को प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। साथ ही प्रधान प्रत्याशी की रिकाउंटिंग में जीत के बावजूद भी उसे प्रमाण नही दिया गया।
जानकारी के अनुसार मतगणना केंद्र पंडित सन्तोषीलाल इंटर कालेज चांदपुर बाजार में मतगणना के प्रथम दिन से ही प्रत्याशियों द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लग रहे थे। किंतु इन शिकायतकर्ताओं को मतगणना समाप्त होने पर पुनः मतगणना करने का आश्वाशन दिया जा रहा था। मामला ग्राम गोंडादेवरिया के बीडीसी वार्ड 106 व 107से संबंधित है।जहां मतदान के दिन 106 के वार्ड संख्या 6 से 10 वाले बॉक्स मे बीडीसी वार्ड 107 के एक वार्ड 11 की भी वोटिंग हुई। मामला तब प्रकाश में आया जब गणना चल रही थी। वार्ड 107 की करीब 143 वोट की गिनती मतपत्र पर कोई भी वार्ड संख्या न लिखा होने के कारण बीडीसी वार्ड 106 में में गिनती कर दी गई। दोनों वार्ड में 4-4 प्रत्याशी थे। प्रत्याशियों द्वारा विरोध किये जाने पर उन्हें आज तक निर्णय किये जाने के आश्वाशन पर रोकने के बाद आज उन्हें यह कहकर आरओ ने जबाब दिया कि आप कोर्ट जा सकते है। इसी प्रकार मथुरा ग्राम पंचायत में प्रधान प्रत्याशी सत्यनाम ने बताया कि प्रथम गणना पूर्ण होने पर 4 मतों से ज़ीतने के बाद बाहर चले गए। जब लौटकर अपना प्रमाण पत्र मांगने गए तो रिटर्निंग ऑफिसर ने बताया कि तुम हारे हुए हो , यहां से विजय मौर्य 5 मतों से विजयी हुए है। इसी मामले को लेकर न्याय मिलने की आस में आज गांव के करीब 500 लोग मतगणना स्थल के बाहर एकत्र हुए। उन्होंने दुबारा मतगणना की मांग की। इसी बीच विधायक ज्ञान तिवारी भी पंहुच गए। दुबारा मतगणना में भी सत्यनाम जीत गए, बावजूद इसके रिटर्निंग ऑफिसर ने तानाशाही पूर्ण रवैया दिखाते हुए उन्हें प्रमाण पत्र नही दिया गया। गुस्साई भीड़ ने रिटर्निंग ऑफिसर के विरुद्ध नारेबाजी करना शुरू कर दिया। लोग पूरी मतगणना सहित सभी अधिकारियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने के साथ पुनः निष्पक्ष चुनाव करवाने की मांग कर रहे है। इस संबंध में जब रिटर्निंग ऑफिसर से बात करने की कोशिश की गई तो कोई सेक्रेटरी यह कहकर बार बार फोन काट दी रहा था कि साहब मतगणना में व्यस्त है। इस प्रकार रिटर्निंग ऑफिसर सौरभ श्रीवास्तव मीडिया का सामना करने व जबाब देने से बचते रहे। वही सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर चुनाव मतगणना में इतनी बड़ी गड़बड़ी किसके इशारे और दमखम पर की जा रही है?