लॉकडाउन में ई-कॉमर्स के कारोबार का कैट ने किया विरोध प्रदेश अध्यक्ष को लिखा पत्र ... ई कॉमर्स की बिक्री नियमित रहेगी तो होगा बड़ा नुकसान  

कैट व्यापार संगठन ने प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी से राष्ट्रीय स्तर पर पहल कर ऑनलाइन व्यापार को इस कोविड-कॉल में पूर्णतया प्रतिबंधित कराए जाने का तत्काल निर्णय कराने का निवेदन किया । ऑनलाइन व्यापार नियमित होने और ऑफलाइन दुकानों के बंद के आदेश से आम व्यापारी अपने आपको असहाय और ठगा महसूस कर रहे है । सरकार का दोहरा रवैया छोटे व्यापारियों को खत्म करने की साजिश की तरह है, अतः इस पर तत्काल लगाम लगाया जाना चाहिए ऐसी मांग हमारे द्वारा की गई है ।

*व्यपारियो ने शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करने का निर्णय लिया*

लॉकडाउन के दौरान ई-कॉमर्स कंपनियों को ऑनलाइन सामान बिक्री की छूट दिए जाने का विरोध दिखने लगा है। इससे नाराज खुदरा दुकानदारों का कहना है ऑनलाइन गैर आवश्यक वस्तुओं की बिक्री को छूट दिया जाना कहीं से न्याय संगत नहीं है। इसे देश के खुदरा व्यापार को खत्म करने की साजिश बताते हुए कैट के माध्यम से व्यापारीओ ने इसका शांतिपूर्वक विरोध करने का निर्णय लिया है।

*राष्ट्र के खुदरा व्यापारियों का अभूतपूर्व योगदान रहा है*


लॉकडाउन को सफल बनाने में राष्ट्र के खुदरा व्यापारियों का अभूतपूर्व योगदान रहा है और एक योद्धा की भांति नागरिकों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करा रहे हैं। अन्य गैर जरूरी वस्तुओं का कारोबार करने वाले व्यापारी भी अपने राष्ट्र धर्म का निर्वाह करते हुए अपने संस्थान को बंद कर लॉक डाउन को समर्थन दे रहे है। लेकिन, यह अफसोसजनक है कि सरकार घरेलू खुदरा व्यापारियों के हितों की अनदेखी कर ई-कॉमर्स कंपनियों को गैर आवश्यक वस्तुओ की ऑनलाइन बिक्री करने की अनुमति दी है।

*खुदरा कारोबारी पहले से ही संकटग्रस्त है।*


पहले तो अर्थव्यवस्था की सुस्ती के चलते, फिर कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन और बंद व्यापार में भी कर्मचारियों का वेतन, बिजली एवं अन्य खर्च उठाने के कारण घरेलू खुदरा कारोबारी पहले से ही संकटग्रस्त है। ऐसे में सरकार के इस कदम से वह तबाह हो जाएंगे।

*खुदरा व्यपारियो ने स्टॉक किया है ई कॉमर्स की बिक्री नियमित रहेगी तो होगा बड़ा नुकसान*

उनका कहना है कि आगामी गर्मी के सीजन देखते हुए खुदरा कारोबारियों ने एयर कंडीशनर, कूलर, फ्रीज़, पंखे, रेडीमेड गारमेंट्स, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य सामानों का पूरे सीजन के लिए स्टॉक खरीद कर अपने गोदाम में रख लिया है। लेकिन लॉकडाउन के चलते उसे बेच नहीं पा रहे हैं। यदि ई-कॉमर्स कंपनियों ने लॉकडाउन के दौरान यह सब सामान बेच दिया तो फिर खुदरा व्यापारियों से कौन सामान खरीदेगा ,व्यपारियो को बहुत बड़ा नुकसान होगा

ई-कॉमर्स कंपनियों को अगले कुछ महीने तक किसी भी प्रकार के कारोबार की अनुमति प्रदान न की जाए।

आनंद अग्रवाल
प्रदेश उपाध्यक्ष कैट
कोरिया ,, विनय जयसवाल प्रदेश मंत्री कैट ,,संजय पोद्दार जिला अध्यक्ष कैट,,
राजेश मंगतानी जिला महामंत्री कैट,,
कमल पोद्दार जिला उपाध्यक्ष कैट,,
आशीष अग्रवाल जिला मंत्री कैट